उत्तर प्रदेश में अपराधी किस कदर बेलगाम हो चुके हैं, इसकी एक और बानगी कानपुर में देखने को मिली। यहां छेड़छाड़ के मामले में ज़मानत पर छूटे आरोपियों ने पीड़िता की मां को बेरहमी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
ख़बरों के मुताबिक पीड़िता की मां इस केस में गवाह थी। माना जा रहा है कि इसी वजह से आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी। ज़मानत पर छूटे आरोपियों ने 9 जनवरी को घर में घुसकर पीड़िता की मां रूबी और मौसी ज़रीना को बुरी तरह पीटा था। इस घटना में दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। जिसके बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां रूबी ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता की मां की पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, लेकिन पुलिस पर आरोप है कि उसने आरोपियों के खिलाफ़ पहले कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि अस्पताल में रूबी की मौत के बाद पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले पर एसएसपी अनंत देव तिवारी का कहना है कि सन 2018 में महबूब और उसके 5 साथियों के खिलाफ़ छेड़खानी के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। बाद में सभी ज़मानत पर बाहर आ गए थे। दस दिन पहले दोनों महिलाओं पर इन्होंने जानलेवा हमला किया था जिसमें इलाज के दौरान शुक्रवार को एक महिला की मौत हो गई।
बता दें कि 2018 में कानपुर के चकेरी की रहने वाली पाड़िता को मोहल्ले के ही महफूज और बाबू ने उठा लिया था और रेप करने का प्रयास किया था। बाद में लड़की के पिता ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया था और मां और मौसी ने इस मामले में गवाही दी थी। पीड़िता के पिता का आरोप है कि महफूज और बाबू, उनके परिवार पर काफी समय से गवाही न देने का दबाव बना रहे थे।