संशोधित नागरिकता कानून (CAA) का विरोध करने वाली कांग्रेस कार्यकर्ता सदफ जफर पर उत्तर प्रदेश पुलिस की यातनाओं का सच सामने आया है। जेल से रिहा होने के बाद सदफ का कहना है कि यूपी पुलिस ने मेरे साथ मारपीट करते हुए मेरे पेट में लात मारी और मुझसे पाकिस्तान जाने को कहा।
सदफ के इस बयान से एक बात तो साफ़ है कि पुलिस नागरिकता कानून का विरोध करने वाले सभी पर जुल्म बरपा रही है, जिसमे पुलिस महिला और बच्चों का भी लिहाज़ नहीं कर रही है।
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बता दे कि सदफ जफर को नागरिकता कानून का विरोध करने पर यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसके बाद कोर्ट से उनकी ज़मानत बीते शनिवार को हो गयी थी लेकिन पुलिस ने काग़जी कार्यवाई का हवाला देकर उन्हें दो दिन बाद रिहा किया था।
उत्तर प्रदेश की जेलों में अभी भी सेकड़ो लोग बंद है जिनपर सिर्फ नागरिकता कानून का विरोध करने का आरोप है और यूपी का ख़ुफ़िया तंत्र इतना मजबूत है की जो लोग 6 साल पहले मर चुके है उनको भी हिंसा भड़काने का आरोपी बना रखा है। सदफ पर पुलिस की कार्यवाई से एक बात साफ़ है पुलिस को इस कानून का विरोध करने वालों पर हिंसक कार्यवाई करने की पूरी छूट है।