यूपी के हाथरस में हुए गैंगरेप कांड योगी सरकार पर कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल योगी सरकार के शासनकाल में महिला सुरक्षा की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

हाथरस मामले में विपक्षी दलों द्वारा भाजपा को घेरा जा रहा है। जिसके बाद योगी सरकार ने अपनी साख बचाने के लिए इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश का नाम दे डाला है।

योगी सरकार का कहना है कि हाथरस में दलित महिला के साथ हुए कथित गैंगरेप की घटना के बहाने यूपी को जातीय दंगे भड़काए जाने की साजिश रची गई थी। जिसके लिए देश-विदेश से 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग हुई।

दिल्ली दंगों के बाद अब हाथरस कांड में पीएफआई पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। जांच एजेंसियों का कहना है कि पीएफआई को सिर्फ मॉरिशस से 50 करोड़ आए थे।

दिलचस्प बात ये है कि योगी सरकार ने इसमें मुस्लिम एंगल भी जोड़ दिया है। जांच एजेंसियों का कहना है कि पीड़िता को न्याय दिलाने के नाम पर रातों-रात एक वेबसाइट बनाई गई। जिसके जरिये इस्लामिक देशों से फंडिंग भी की गई।

भाजपा सरकार की इस शर्मनाक हरकत पर विपक्षी दल भड़क गए हैं। इस मामले में समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के नेता सुनील सिंह यादव ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें सीएम योगी के कुतर्की बयानों पर सवाल उठाया है।

इसी वीडियो को ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि “हाथरस की घटना में विदेशी फंडिंग तलाशने वाले योगी जी, भाजपा नेताओं, विधायको ने बहन बेटियों से साथ जो दुष्कर्म किये हैं उसके लिए उन्हें कहाँ से फंडिंग और बैकिंग मिल रही थी? हनुमानजी की जात खोजने वाले विपक्ष पे जातीय राजनीति का आरोप न लगाएं बल्कि किसी बेहतर मनोचिकित्सक से राय लें।”

गौरतलब है कि योगी सरकार मामले को दबाने और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ये साजिशें रच रही है। लेकिन देश के लोग और विपक्ष पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए एकजुट हो चुके हैं।

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