गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री कुमार कनानी के बेटे प्रकाश कनानी की गुंडागर्दी के सामने ना झुककर, उनके होश ठिकाने लगाने वाली लेडी कांस्टेबल सुनीता यादव चर्चा में हैं।
पहले वो इस बात को लेकर चर्चा में आई कि रात में कर्फ्यू तोड़ रहे दबंगों पर एक्शन लेने के लिए मंत्री के बेटे से भी भिड़ गईं, उसके बाद इस बात की चर्चा रही कि पुलिस अधिकारियों और खुद मंत्री से बात करते समय वह अपनी ड्यूटी और कानून व्यवस्था को लेकर डटी रही।
और अब वो इस बात को लेकर चर्चा में हैं कि मजबूरन उन्हें इस्तीफा देना पड़ा है। हालांकि इसके बाद अब उनकी चर्चा सबसे ज्यादा सोशल मीडिया पर हो रही है जहां उन्हें हजारों लोगों से समर्थन मिलता जा रहा है।
इसी कड़ी में फ़िल्म अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता स्वरा भास्कर ने भी अपना समर्थन दिखाया है। स्वरा ट्विटर पर लिखती हैं- ‘अपनी ड्यूटी अच्छे से करने के लिए उन्हें प्रमोशन मिलना चाहिए था मगर इसके बजाय फ्रस्ट्रेशन में उन्हें इस्तीफा देना पड़ रहा है। क्या इस देश में अपनी ड्यूटी करने वाले सरकारी कर्मचारी को ये इनाम मिलता है ?’
दरअसल कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए गुजरात के सूरत में रात के वक्त कर्फ्यू लगा रहता है। इसके बावजूद वहां की सड़कों पर तमाम दबंग कार लिए घूम रहे थे जिसके आगे लिखा हुआ था एमएलए। बिना मास्क लगाए आधी रात को घूम रहे इन दबंगों को रोक कर जब कॉन्स्टेबल सुनीता यादव ने पूछा कि कर्फ्यू क्यों तोड़ा जा रहा है, गाड़ी में इस तरह एमएलए की पट्टी क्यों लगाई गई है ? तो भला बुरा कहते हुए इन दबंगों ने विधायक और मंत्री के पुत्र प्रकाश कनानी को बुला लिया।
प्रकाश वहां पर आकर कॉन्स्टेबल सुनीता यादव से बातचीत करते हैं आरोप है कि उन्होंने धमकी दी कि मेरी पहुंच इतनी है कि तुझे यहीं 365 दिन तक खड़ी करवा रख सकता हूं इस पर भड़कते हुए कॉन्स्टेबल सुनीता यादव ने कहा कि तुम्हारे बाप की नौकर दासी नहीं हूं कि मुझे ऐसे 365 दिन तक खड़ी रखवाओगे।’
दोनों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद बात मंत्री तक पहुंची तो कॉन्स्टेबल सुनीता यादव ने बहादुरी से कानून का पक्ष रखते हुए मंत्री से भी बात कर लिया। मगर आरोप है कि उसके बाद अपने पुलिस अधिकारी से जब उन्होंने बात किया तो उनका साथ सुनीता यादव को नहीं मिला। जिस से आहत होकर उन्होंने इस्तीफे की पेशकश कर दी।