दिल्ली विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी से भारत रत्न वापस लिए जाने के प्रस्ताव पर घमासान मच गया है। प्रस्ताव में केंद्र सरकार से ये माँग की गई है कि 1984 सिख विरोधी दंगों के लिए पूर्व पीएम राजीव गाँधी से भारत रत्न वापस लिया जाए। लेकिन अब इसे लेकर AAP में ही घमासान मच गया है।
21 दिसम्बर शुक्रवार को सदन में पेश किए गए अपने प्रस्ताव पर अब पार्टी पीछे हटती हुई दिख रही है। पार्टी के भीतर एक ओर ये कहा जा रहा है कि विधायक अलका लांबा विधानसभा में पूर्व पीएम राजीव गाँधी से भारत रत्न वापस लिए जाने के प्रस्ताव को पास कराने के लिए ज़िद पर अड़ी थी।
तो वहीं दूसरी ओर अलका लाम्बा ने ट्वीट कर अलका लांबा ने दावा किया है कि उन्होंने ख़ुद इस प्रस्ताव को अपना समर्थन देने से मना कर दिया और सदन से वॉकआउट कर गईं-
इन सबके बीच आम आदमी पार्टी ने अपनी विधायक अलका लांबा से विधायकी और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफ़ा देने को कहा है।
दिल्ली विधानसभा में क्या हुआ था-
दिल्ली के तिलकनगर सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने प्रस्ताव रखा कि, ‘दिल्ली में हुए सिखों के क़त्ल-ए-आम को सही ठहराने वाले तत्कालीन पीएम राजीव गाँधी से केंद्र सरकार भारत रत्न सम्मान वापस ले’
इस प्रस्ताव का विधानसभा में मौजूद हर सदस्य ने खड़े होकर स्वागत किया जिसमें विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी शामिल थे। पर पार्टी का कहना है कि ये प्रस्ताव पास नहीं हुआ है।
वहीं बीजेपी नेता वीजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि राजीव गाँधी से भारत रत्न वापस लिए जाने वाला प्रस्ताव सदन में पास हो गया है और अब ये सदन की कार्यवाही का हिस्सा है-
AAP ने कहा ऐसे प्रस्ताव पास नहीं होता-
हालांकि आप विधायक और मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा कि प्रस्ताव में राजीव गाँधी वाली पक्तियाँ थी ही नहीं एक सदस्य ने इस हाथ से लिखकर प्रस्ताव में जोड़ा। इस तरह से प्रस्ताव पास नहीं होता है-
असल में नहीं थी राजीव गाँधी वाली लाइन-
ये हक़ीक़त है कि विधायक जरनैल सिंह ने जो प्रस्ताव सदन के सामने रखा था उसमें राजीव गाँधी और भारत रत्न वाली लाइन नहीं थी इसे पार्टी के ही विधायक सोमनाथ भारती ने बाद में पेन से लिखकर जोड़ा था। पर विधायक जरनैल सिंह ने पूरा प्रस्ताव पढ़ा।
जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने सोमनाथ भारती की प्रवक्ता पद से छुट्टी कर दी है। ख़बर ये भी है कि जरनैल सिंह पर भी पार्टी एक्शन ले सकती है।