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भाजपा नेता अक्सर सांप्रदायिक बयान देते रहते हैं। कभी अमित शाह मुसलमानों को घुसपैठिया बताते हैं तो कभी मेनका गाँधी मुसलमानों को वोट करने के लिए धमकाती हैं। लेकिन इस बार खुद एक भाजपा नेता ने मेनका गांधी के दिए हुए बयान पर आपत्ति जताई है।
बीजेपी नेता और मथुरा से सांसद हेमा मालिनी ने अपनी ही पार्टी की केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के बयान का विरोध किया है।
मेनका गांधी ने मुसलमानों को दी धमकी- अगर आप BJP को वोट नहीं करेंगे तो हम नौकरी नहीं देंगे
दरसअल, सुल्तानपुर से भाजपा की उम्मीदवार मेनका गांधी ने इस क्षेत्र की एक सभा में कहा था कि अगर मुस्लिम उन्हें वोट नहीं देगा तो वो सांसद बनने के बाद उनका काम भी नहीं करेगी। मेनका गाँधी ने ये बयान सुल्तानपुर के मुस्लिम बाहुल्य गांव तुराबखानी में एक स्टेज पर से दिया था।
Women and Child Minister #ManekaGandhi on camera says:
“I am going to win for sure. If Muslims won’t vote for me and then come to ask for work, I will have to think, what’s the use of giving them jobs.”#LokSabhaElections2019 @ECISVEEP pic.twitter.com/BHG5kwjwmQ
— Khabar Bar (@Khabar_Bar) April 12, 2019
उनके इस बयान पर हेमा मालिनी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ट्रिपल तलाक़ के मुद्दे पर कई अल्पसंख्यक समाज की महिलाएं हमारा समर्थन करती हैं। लेकिन अगर वो नहीं भी करती तब भी आपको सबकी मदद करनी चाहिए। इससे फर्क नहीं पड़ता किसने हमें वोट दिया है और किसने नहीं, मैं ऐसा नहीं सोचती। हर कोई अलग है।”
Hema Malini on Maneka Gandhi's statement on Muslim voters: On triple talaq issue many minority community women support us but even if they dont,you have to help everybody,doesn't matter who voted for us & who did not. This kind of feeling doesn't come to me.Everybody is different pic.twitter.com/YCGfKPZcE0
— ANI UP (@ANINewsUP) April 13, 2019
जहां एक ओर हेमा मालिनी ने अपनी पार्टी की केंद्रीय मंत्री के आपत्तिजनक बयान से किनारा कर लिया, तो वहीँ दूसरी तरफ उन्होंने मेनका गाँधी के बयान पर आपत्ति भी जता दी।
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शायद मेनका गांधी भी इस बात को समझेंगी और इस तरह से किसी धर्म-विशेष को काम का डर दिखा कर वोट करने पर विवश नहीं करेंगी। क्योंकि ये संविधान और कानून दोनों के खिलाफ है।