सियासत में कब क्या हो जाए इसके बारे में कोई कुछ नहीं कह सकता। ऐसा कुछ हुआ है आज यूपी के वाराणसी में। जहां पीएम मोदी को कड़ी टक्कर देने उतरे पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव को सपा ने अपना उम्मीदवार बना दिया
समाजवादी पार्टी ने पहले शालिनी यादव को उम्मीदवार बनाया था मगर अब तेज बहादुर यादव को टिकट देकर राष्ट्रवाद पर राजनीति करने वाले नरेंद्र मोदी को बड़ी चुनौती पेश किया है।
तेज बहादुर ने वाराणसी का चुनावी माहौल बदल दिया है,उन्होंने नरेंद्र मोदी के चौकीदार होने की दावेदारी पर सीधी चोट कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो इससे महागठबंधन को बड़ा फायदा मिलेगा।
अब वाराणसी लोकसभा सीट पर पीएम मोदी की राहें उतनी आसान नहीं है जितनी कि दिखाई दे रही थी।
इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता एवं चर्चित नेता सुनील सिंह यादव ने सोशल मीडिया पर लोगों से अपील की है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा- मोदी सरकार के अफसरशाही, कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार को आईना दिखाने वाला, मातृभूमि और भारत माँ के असली चौकीदार, देश के एक सच्चे सिपाही तेज बहादुर यादव को महागठबंधन ने एक नक़ली जुमलेबाज़ बेहरुपीये ठग के विरुद्ध बनारस से अपना प्रत्याशी खड़ा किया! असली_चौकीदार MahaParivartan
मोदी सरकार के #अफसरशाही, #कमीशनखोरी और #भ्रष्टाचार को आईना दिखाने वाला, मातृभूमि और भारत माँ के असली #चौकीदार, देश के एक सच्चे सिपाही तेज बहादुर यादव को #महागठबंधन ने एक नक़ली जुमलेबाज़ बेहरुपीये ठग के विरुद्ध #बनारस से अपना #प्रत्याशी खड़ा किया!#असली_चौकीदार #MahaParivartan
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) April 29, 2019
बता दें कि तेज बहादुर 2017 में उस वक्त चर्चा में आए थे जब उन्होंने एक वीडियो जारी करके जवानों को मिलने वाले खाने की क्वालिटी को लेकर शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। तभी से वह केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं।
बीते दिनों ही तेज बहादुर यादव ने ऐलान किया था कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने तब कहा था कि मैंने भ्रष्टाचार का मामला उठाया लेकिन मुझे बर्खास्त कर दिया गया। मेरा पहला उद्देश्य सुरक्षा बलों को मजबूत करना और भ्रष्टाचार खत्म करना होगा।