यूपी में भाजपा सरकार के कार्यकाल में पिछले ढाई सालों में इंसानों से ज्यादा गाय को तवज्जो दी गई है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक घोषणा की थी कि, उत्तरप्रदेश के प्रत्येक जिले को अवारा पशुओं के लिए गौशाला बनाने के लिए 10 करोड़ रू दिए जाएंगे।
लेकिन यूपी में अबतक पूरी तरह से गौशाला नहीं बन पाई हैं। नतीजन आवारा पशु किसानों की लहलहाती फसलें खा जा रहे हैं। यूपी के किसानों की अब आवारा पशु सबसे बड़ी मुसीबत बन गए हैं। ऐसा ही वाकया अमेठी से आ रहा है।
यहां आवारा पशु किसानों के खेत चर गए। नाराज ग्रामीणों ने 70 आवारा पशुओं को एक प्राथमिक स्कूल में बंद कर दिया है। मामला अमेठी के खैपुर बुजुर्ग गांव के प्राथमिक विद्यालय का है।
#अमेठी : आवारा पशुओं का पाठशाला बना खौपुर बुजुर्ग गाँव का प्राथमिक विद्यालय,प्रशासन की लापरवाही के चलते किसानों के खेत चर गये,जानवार नाराज ग्रामीणो ने 70 आवारा पशुओं को विद्यालय में किया बंद। @anupmajaisbjp pic.twitter.com/gL3Ab5ReCf
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 9, 2019
यही नहीं आवारा पशु ( गाय और बैलों) की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं और सड़कों पर लोग दुर्घटना का शिकार भी इन्हीं की वजह से ज्यादा हो रहे हैं।
हालांकि सीएम योगी भले ही ‘गाय प्रेम’ में जी भरकर बजट लुटा रहे हों, लेकिन सरकार के नौकरशाह गाय को चारा और पानी तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। जिसकी वजह से ये पशु किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं।