महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर मचे राजनीतिक बवाल के बाद भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन टूटने के मुक़ाम पर पहुंच गया है। राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए सहमति नहीं बनने के बाद से ही दोनों दलों की राहें अब अलग होने जा रही है।
बता दे कि शिवसेना के कोटे से केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंत्री अरविंद सावंत ने सोमवार को अपना इस्तीफ़ा दे दिया। अरविंद सावंत केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री थे। इस्तीफा देने के बाद अरविंद सावंत ने TV9 भारतवर्ष से बात करते हुए कहा,
उद्धव जी पर झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं, पूरी दुनिया जानती ठाकरे झूठ नहीं बोलते। कांग्रेस के साथ जाएंगे क्योंकि जाति, मजहब और धर्म से ऊपर हैं राष्ट्र, उसके लिए सब जायज है। उद्धव जी CM बने सभी शिवसैनिक/हमारे लोग चाहते हैं वो बने तो अच्छा है।
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इससे पहले सावंत ने कहा था कि, ’30 मई से मैं केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में सदस्य था। मैं भारी उद्योग मंत्रालय संभाल रहा था। विधानसभा चुनाव के पहले जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मिले तब राज्य में सीटों के बटवारें के साथ ही सत्ता में आने पर 50-50 फार्मूला भी तय हुआ था।
लेकिन परिणाम आने के बाद बीजेपी इस बात से पलट गयी। जिसके बाद ही यह गठबंधन टूट गया। ठाकरे परिवार अपनी ज़ुबान का बहुत पक्का है। जो तय हुआ था वो होना चाहिए था।’
सावंत ने कहा, ‘आज हमारा गठबंधन महाराष्ट्र में नहीं है। ऐसे में नैतिकता के आधार में मेरा मंत्रिपरिषद में रहना उचित नहीं है। मैंने पीएम से मिलने के लिए समय मांगा था। उन्होंने दिया नहीं। मैंने अपना इस्तीफा उन्हें भेज दिया है।