योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी और उनकी महापौर पत्नी अभिलाषा गुप्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

नंदी पर आरोप है कि उन्होंने बैंक से कर्ज़ लेकर नहीं चुकाया और जब इसकी तहरीर दी गई तो उन्होंने बैंक मैनेजर को धमकी दी।

हिरासत में लिए जाने के बाद नंदी और उनकी पत्नी को इलाहाबाद में एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया। दंपति को आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में हिरासत में लिया गया है।

दरअसल, बैंक मैनेजर को कथित तौर पर धमकी देने के मामले में दंपति के खिलाफ विशेष कोर्ट में केस चल रहा है। लेकिन दंपति इस केस की सुनवाई के लिए कोर्ट में हाज़िर नहीं हुए, जिसके बाद कोर्ट ने दंपति के खिलाफ ग़ैर ज़मानती वारंट जारी कर दिया।

बता दें कि 24 सितंबर 2012 को केनरा बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक संजीव राय ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी थी कि नंदी राम राइस मिल्स के प्रोपराइटर नंद गोपाल गुप्ता ने जो लोन लिया था, वह अब एनपीए(अतिदेय घोषित) हो गया है।

आरोप है कि तहरीर देने के बाद नंदी अपने एकाउंटेंट भरत कुमार बाजपेई व अन्य के साथ बैंक में आए और धमकी दी। उन्होंने बैंक मैनेजर को जेल भेजनावे और नौकरी छीन लेने की धमकी दी। इसका मुकदमा सिविल लाइंस थाने में दर्ज हुआ। इसी मामले में पुलिस ने जांच के बाद आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया।

नंद गोपाल नन्दी प्रदेश सरकार में स्टाम्प,न्यायालय शुल्क और नागरिक उड्डयन मंत्री हैं। इससे पहले बीएसपी में थे और 2007में चुनाव जीतकर विधायक बने थे।

2012 के विधानसभा चुनाव में वह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हाजी परवेज़ अहमद से हार गए थे। 2017में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर वह मौजूदा सरकार में मंत्री बने।

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