15 साल के शासन की विदाई हो गयी. बीजेपी ने सारी जुगत लगायी लेकिन कुछ काम नहीं आया, वार्ड के नेताओं से लेकर प्रदेश और देश के नेताओं की ड्यूटी का कोई नतीजा नहीं निकला. हिंदू मुसलमान का फार्मूला भी फेल हुआ, यूनिफार्म सिविल कोड से लेकर वक्फ बोर्ड।

मस्जिद और मदरसों से भी बीजेपी का काम नहीं चला, न कपिल मिश्रा काम आये न हेमंत बिस्वा सरमा, आखिरकार तीन हिस्सा में काम कर रही एमसीडी को एक करने का दावं भी नहीं चला, पीएम के हाथों घरों की चाबी दिलवाने से भी बीजेपी को मदद नहीं मिली, एलजी साहब की दिल्ली सरकार में रोक टोक से भी मतदाताओं का दिल नहीं पसीजा, नतीजा यह हुआ कि चल गयी झाडू.

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एग्ज़िट पोल के बाद दिल्ली के जिन मतदाताओं को गोदी मीडिया के एंकर अनपढ़ बता रहे थे, आज उसी मतदाता ने बता दिया कि उसको एग्जि़ट पोल से पढ़ा नहीं जा सकता है.

तभी तो दिल्ली वालों ने आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों को उम्मीद से कम दिया, यानि जो बीजेपी सत्ता में वापसी के ख्वाब संजों रही थी वो एमसीडी की सत्ता से बाहर हो गयी,और जो आम आदमी पार्टी 200 के पार का सपना देख रही थी,उसे बहुमत से ही संतोष करना पड़ा है.

दिल्ली वालों ने बता दिया है कि गली सड़क नाले और सीवर के मुद्दो पर वोट मांगने पर ही सत्ता मिलेगी…हिंदू मुलमान लव जिहाद पर अड़ोगे तो कुर्सी नहीं मिलेगी,दिल्ली की सड़को का हाल सब जानते है, एमसीजी के अस्पताल से स्कूलों तक में समस्या का अंबार है, लेकिन बीजेपी ने एमसीडी के काम पर वोट नहीं मांगे, न ही स्टार प्रचारकों ने भाषण में ज़िक्र किया.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हिमाचल सीएम जयराम ठाकुर और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर तक ने दिल्ली की सड़कों को नापा.

केंद्रीय मंत्री अमित शाह से लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 11 केंद्रीय मंत्री चुनाव प्रचार की कमान दिल्ली में संभालते दिखे.दिल्ली के सभी सातों सांसद, पूर्व मेयर और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने एमसीडी में वापसी के ज़ोर लगा दिया था.

लेकिन शायद कूड़े के पहाड़, एमसीडी के अस्पताल और स्कूल के कर्मचारियों की सैलरी के मुद्दों पर चुप्पी ने बीजेपी के अरमानों पर पानी फेर दिया. वहीं आम आदमी पार्टी कूड़े के पहाड़ पर चढ़ी रही..और आम आदमी पार्टी को दिल्ली वालों ने बहुमत दे दिया. यानि विधानसभा में भी केजरीवाल और एमसीडी में भी केजरीवाल…

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