राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने जातीय जनगणना को लेकर केन्द्र सरकार और आरआऱएस पर जोरदार हमला किया है।
लालू ने एक ट्वीट करते हुए कहा है कि “BJP-RSS पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग के साथ बहुत बड़ा छल कर रहा है।
अगर केंद्र सरकार जनगणना फ़ॉर्म में एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर देश की कुल आबादी के 60 फ़ीसदी से अधिक लोगों की जातीय गणना नहीं कर सकती, तो ऐसी सरकार और इन वर्गों के चुने गए सांसदों व मंत्रियों पर धिक्कार है। इनका बहिष्कार हो।“
उन्होंने यह भी कहा कि “जनगणना में सांप-बिच्छू, तोता-मैना, हाथी-घोड़ा, कुत्ता-बिल्ली, सुअर-सियार सहित सभी पशु-पक्षी पेड़-पौधे गिने जाएंगे, लेकिन पिछड़े-अतिपिछड़े वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी। वाह!
BJP/RSS को पिछड़ों से इतनी नफ़रत क्यों? जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा। सबकी असलियत सामने आएगी।“
जनगणना में साँप-बिच्छू,तोता-मैना,हाथी-घोड़ा,कुत्ता-बिल्ली,सुअर-सियार सहित सभी पशु-पक्षी पेड़-पौधे गिने जाएँगे लेकिन पिछड़े-अतिपिछड़े वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी। वाह!
BJP/RSS को पिछड़ों से इतनी नफ़रत क्यों? जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा।सबकी असलियत सामने आएगी।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 24, 2021
वहीं राष्ट्रीय जनता दल के ट्विटर हैंडल पेज से भी कहा गया है कि “जातिगत जनगणना से मना कर के BJP और उसके इशारे पर नाचने वाले NDA के सभी घटक दलों ने सिद्ध कर दिया कि उनके लिए पिछड़ा-अति पिछड़ा समाज के लोग बंधुआ गुलाम से अधिक कुछ नहीं!”
आपको बता दें केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि जातीय जनगणना नहीं कराएंगे। यह हमारा सोच-समझा फैसला है।
वहीं केंद्र सरकार ने कहा कि 2021 में जनगणना में जातीय गणना नहीं होगी।
जिस पर लालू ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है और सरकार की केन्द्र सरकारी की नीतियों पर सवाल उठाया है।