
राजधानी दिल्ली में भाजपा नेताओं द्वारा दिए गए सांप्रदायिक भाषण पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने भाजपा नेताओं से पूछा है कि सिर्फ गरीब मुसलमान दुकानदारों का बहिष्कार करना है या फिर अरब के अमीरों का भी बहिष्कार करना है, जिनसे भाजपा की सरकार पेट्रोल और डीजल का व्यापार कर रही है।
राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में संबोधन करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा सांसद परवेश वर्मा के उस बयान का जवाब दिया है।
जिसमें वो कहते हैं- “मुसलमानों को अगर औकात में ले आना है तो इनका पूरी तरह से बहिष्कार करना होगा, इनकी रहड़ियों से कोई सामान नहीं लेना है, इन्हें कोई मजदूरी नहीं देनी है।”
तेजस्वी ने कहा-” जरा भाजपा वालों से बता दीजिए जितना डीजल पेट्रोल आता है, सब अरब देशों से आता है, इन मुस्लिम देशों से पेट्रोल लेना बंद कर देंगे क्या।”
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने सवाल किया कि अपने देश के करोड़ों लोग, जो दुनियाभर में रोजी रोटी की तलाश में गए हैं, अगर मुस्लिम देश भी इसी तरह बहिष्कार करने लगेंगे तो उनकी बेरोजगारी का जिम्मेदार कौन होगा?
पूरे विवाद की शुरुआत तब हुई जब पूर्वोत्तर दिल्ली में एक हिंदू युवक की हत्या पर आक्रोश जाहिर करने के बहाने विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली के नंद नगरी में एक जनसभा की जिसमें आए तमाम सांप्रदायिक नेताओं और कथित धर्माचार्यों ने ना सिर्फ मुसलमानों के बहिष्कार की बात की बल्कि कत्लेआम की भी अपील की।
हैरानी है कि ऐसे भड़काऊ भाषणों के वीडियो साक्ष्य मौजूद होने के बावजूद दिल्ली पुलिस उनपर कोई सख्त एक्शन नहीं ले रही है, वो सब खुलेआम आजाद घूम रहे हैं।