बिहार में केंद्र सरकार के हर साल दो करोड़ रोजगार को लेकर यात्रा निकाली जा रही है. जनता दल(यूनाइटेड) के नेता प्रशांत कुमार पंकज ने यात्रा का आह्वान किया.
विपक्ष का दावा है कि 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सरकार में आने पर देश में हर साल दो करोड़ रोजगार सृजन का वादा किया था. गौरतलब यह है कि केंद्र की भाजपा सरकार ऐसा कर पाने में विफल रही है।
रोजगार यात्रा में छपे पोस्टर में जदयू नेता ने लिखा- हमें रोजगार दो, हम कंगाल और आपका दोस्त मालामाल.
केंद्र सरकार ने जिस तरह से हर साल 2 करोड़ नौकरी का वादा किया था उस हिसाब से अब तक यानी 8 सालों में 16 करोड़ नौकरियां दी जानी चाहिए थी. पर सरकार ऐसा कर पाने में असफल रही है.
केंद्र सरकार के तमाम वादे सिर्फ जुमला बनकर रह गए हैं. वैसे सरकार रोजगार दे पाने में समर्थ नहीं दिख रही लेकिन उनके करीबी उद्योगपति जरूर दुनिया के अमीरों की सूची में बढ़ते जा रहे. ऐसे में सरकार के वादों का सर्वाधिक लाभ सिर्फ वही उठा रहे हैं.
जदयू नेता ने आकड़ों का हवाला देते हुए लिखा कि भारत में हर साल 20 करोड़ लोग भूखे सोते हैं. भारत में रोज हर घंटे छात्र एक छात्र आत्महत्या करता है.
भारत में बेरोजगारी की मार झेल रहे लगभग 38 लोगों के सुसाइड जैसे मामले रोज आते हैं. इन सभी विषयों को लेकर सरकार कुछ भी कर पाने में असमर्थ दिख रही है.
हाल ही में जारी आंकड़ों पर गौर करें तो फिलहाल शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर सात प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में यह बेरोजगारी दर 3.5 है.
विचार करने योग्य बात तो यह भी है कि हताश होकर कई नौजवानों ने रोजगार की तलाश छोड़ दी है जो कि इन आंकड़ों में दर्ज नहीं हो पाते।