देश के सबसे पिछड़े राज्यों की सूची में शामिल बिहार के बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है।
दरअसल आज से बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है। सत्र के एक दिन पहले विधानसभा परिसर में बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि ‘मुसलमानों का वोटिंग राइट्स छीन लेना चाहिए उनको अलग देश 1947 में मिल चुका है, वो वहां चले जाएं’
'मुसलमानों का वोटिंग राइट्स छीन लेना चाहिए उनको अलग देश 1947 में मिल चुका है, वो वहां चले जाएं'
: बिहार BJP विधायक हरि भूषण ठाकुर pic.twitter.com/twK3cEqhLF
— News24 (@news24tvchannel) February 25, 2022
पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि मेरा कहना है कि 1947 में देश का विभाजन हुआ, धर्म के नाम पर। उन्हें दूसरा देश मिल गया। दूसरे देश में चले जाएं।
अगर यहां रह रहे हैं तो मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनके वोटिंग राइट को खत्म कर दिया जाए। वह दूसरे दर्जे के नागरिक बनकर भारत में रह सकते हैं।
मुसलमानों को मानवता का दुश्मन बताते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि ये पूरी दुनिया को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं।
मुसलमानों को अल्पसंख्यक मानने से इनकार करते हुए हरि भूषण ठाकुर ने कहा, वे अल्पसंख्यक नहीं हैं।
यह शब्द भारत के संविधान के साथ मजाक है, क्योंकि प्रस्तावना में लिखा है कि हम भारत के लोग, फिर अल्पसंख्यक कौन, बहुसंख्यक कौन।
भाजपा विधायक की इस कूढ़मगज पर टिप्पणी करते हुए पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने लिखा है, मुख्तार अब्बास नकवी साहब और मोहसिन रजा ये आपकी पार्टी का विधायक है। यानी की बीजेपी का।
ये कह रहा है कि मुख्तार अब्बास नकवी और शहनवाज़ हुसैन का वोट देने का अधिकार छीन लेना चाहिए। आपकी क्या राय है? पार्टी आपकी ही है और विधायक भी आपका है।
मुख़्तार @naqvimukhtar साहब, @Mohsinrazabjpup ये आपकी पार्टी का विधायक है यानि की बीजेपी का। ये कह रहा है कि मुख़्तार अब्बास नक़वी और शाहनवाज़ हुसैन का वोट देने का अधिकार छीन लेना चाहिए। आपकी क्या राय है ? पार्टी आपकी ही है और विधायक भी आपका है।
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) February 25, 2022
बता दें कि भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बहुत कन्फ्यूज व्यक्ति हैं। आज जिन मुसलमानों को वो मानवता का दुश्मन बता रहा हैं, दो माह पहले उन्हीं मुसलमानों को हिन्दू बता चुके हैं।
7 दिसंबर 2021 को हरि भूषण ठाकुर ने कहा था ”भारत में 99 प्रतिशत मुस्लिम आबादी का मूल धर्म हिंदू ही है।
अगर उन्हें इस बात पर यकीन नहीं है या शक है तो वो अपना DNA टेस्ट भी करवा सकते हैं, जिससे सारी सच्चाई दूध की तरह साफ हो जाएगी और देर सवेर उनको भी सनातन धर्म के साथ ही आना होगा।”