बिहार में चल रहे चुनाव प्रचार में भाजपा के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ एनडीए के लिए वोट मांगते कई तरह की दलीलें पेश कर रहे हैं। इसी बीच योगी आदित्यनाथ ऐसे बयान भी दे रहे है। जिससे ये साबित हो रहा है कि भाजपा-जदयू गठबंधन के बीच दरार आ चुकी है।
दरअसल एक चुनावी रैली के दौरान सीएम योगी ने बयान दिया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश को बाहर निकालने की बात कही थी। सीएम योगी के बयान पर अब नीतीश कुमार ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के समर्थन में बात कही है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में रह रहे बांग्लादेशियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्यूंकि किसी में इतना दम नहीं है कि वो हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे। ये कौन है जो फालतू की बातें कह रहा है।
हम जब से सत्ता में आए हैं, हमने हमेशा भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना को बढ़ावा दिया है। हमने देशवासियों को एकजुट रहने का संदेश दिया है।
ऐसे बयान देकर लोगों को मत डराइए। क्यूंकि भारत में रह रहे लोग इसी देश के हैं। उन्हें देश से क्यों निकाला जाएगा। सब धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलना इस देश की संस्कृति है।
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर नीतीश कुमार का पलटवार दर्शाता है कि भाजपा-जदयू गठबंधन में कुछ अनबन चल रही है।
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश से बांग्लादेशियों को निकालने वाला बयान एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून के सन्दर्भ में दिया है।
बता दें, इससे पहले पश्चिम बंगाल में एक रैली के दौरान भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी जल्द ही सीएए लागू करने की बात कही थी। भाजपा का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से अब तक सीएए लागू नहीं हुआ।