दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुई हिंसा की घटना को तकरीबन 3 दिन बीत चुके हैं। इस मामले में मीडिया की तरफ़ से कई तरह के ख़ुलासे भी सामने आ रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस ने तो हिंसा के लिए ज़िम्मेदार कई लोगों के नाम भी उजागर कर दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद पुलिस की तरफ से कोई खास कार्रवाई देखने को नहीं मिली है।
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अभी तक मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिसको लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं और पुलिस पर तंज़ कसे जा रहे हैं। अब आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने दिल्ली पुलिस पर हमला बोलते हुए ट्विटर पर लिखा-
जेएनयू में गोडसे के वंशजों ने ज्ञान, शील और एकता का परिचय देते हुए छात्रों के ऊपर जानलेवा हमला किया है। छात्रों के ऊपर डंडे बरसाने वाली दिल्ली पुलिस अगर इन दंगाइयों के खिलाफ सख्त कारवाई नहीं कर सकती है तो ख़ाकी वर्दी त्यागकर संघ के शाखा में ड्यूटी करे। #StayStrongJNU
जेएनयू में गोडसे के वंशजों ने ज्ञान, शील और एकता का परिचय देते हुए छात्रों के ऊपर जानलेवा हमला किया है। छात्रों के ऊपर डंडे बरसाने वाली दिल्ली पुलिस अगर इन दंगाइयों के खिलाफ सख्त कारवाई नहीं कर सकती है तो ख़ाकी वर्दी त्यागकर संघ के शाखा में ड्यूटी करे।#StayStrongJNU
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 8, 2020
बता दें कि रविवार देर रात कुछ नकाबपोश गुडों ने जेएनयू कैंपस में घुसकर छात्रों और प्रोफेसरों पर हमला कर दिया था। इस हमले में कई छात्र और शिक्षक बुरी तरह घायल हो गए थे। छात्रों को लोहे के रॉड और डंडों से पीटा गया था, जिसके चलते कई छात्र इतनी बुरी तरह घायल हो गए कि उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करना पड़ा। इस हमले में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष को भी बुरी तरह से पीटा गया, जिसमें उनका सिर फट गया।
हमले में घायल हुए छात्रों ने साफ़तौर पर एबीवीपी के लोगों का नाम लिया है और पुलिस पर उन्हें संरक्षण दिए जाने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस और एबीवीपी दोनों ही छात्रों के इन आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं।