हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा जदयू की जोड़ी ने भले ही कमाल का प्रदर्शन किया हो। लेकिन अरुणाचल प्रदेश में जदयू को भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा झटका दिया है।
बताया जा रहा है कि अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के 6 विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली है।
दरअसल 26 नवंबर को जदयू की तरफ से पार्टी के कुछ नेताओं को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया था। यह नोटिस उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के शक के आधार पर भेजा गया था।
जदयू ने इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया था। जदयू के इन 6 विधायकों ने से पहले पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों को बताए बिना ही तालीम तबोह को विधायक दल का नेता चुन लिया था।
दिलचस्प बात यह है कि यह खबर ऐसे मौके पर सामने आई है। जब पटना में जदयू की राष्ट्रीय परिषद बैठक होने वाली थी। जहां पर इन विधायकों को भी शामिल होने के लिए कहा गया था। लेकिन इससे पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने इन छह विधायकों को तोड़कर अपनी सदस्यता ग्रहण करवा दी है।
इस खबर के सामने आने के बाद ही बिहार में राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दलों के मुताबिक, भाजपा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पार्टी सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए वह विरोधी दलों के साथ सहयोगी दलों को भी नहीं छोड़ती।
जदयू की तरफ से इस अब तक औपचारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इस पर राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि इस वजह से दोनों पार्टियों के रिश्तों में खटास आ सकती हैं। अरुणाचल प्रदेश में जदयू नेताओं के भाजपा में शामिल होना बिहार की सियासत पर भी असर डालेगा।
वहीं इस मामले में लालू यादव की पार्टी राजद ने चुटकी लेते हुए लिखा- “जेडीयू के 6 विधायक बीजेपी में शामिल करा लिए गए है। बीजेपी का नीतीश कुमार को क्रिसमस गिफ़्ट।”
जेडीयू के 6 विधायक बीजेपी में शामिल करा लिए गए है।
बीजेपी का नीतीश कुमार को क्रिसमस गिफ़्ट।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 25, 2020