बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने वीआरएस ले लिया है। बिहार सरकार ने पांडेय के वीआरएस को मंजूरी दे दी है।
खबरों के मुताबिक, गुप्तेश्वर पांडेय विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। ये वही डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय हैं जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी हैं।
अभी एक महीने पहले तक दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के लिए घड़ियाली चिंता दिखाकर गुप्तेश्वर बिहार सरकार की तरफ से बैटिंग कर रहे थे।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा लगातार महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस की आलोचना करने के बीच पहले से ही संभावना जताई जा रही थी कि वो बिहार चुनाव लड़ सकते हैं।
गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस लेने कब बाद से सुशांत सिंह राजपूत मामले में JDU/BJP और नीतीश कुमार की राजनीति साफ नज़र आ रही है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील सिंह यादव ने ट्वीट करके गुप्तेश्वर पांडेय और जेडीयू के बीच मिलीभगत की बात कही है।
सुनील यादव ने लिखा कि, “सुशान्त सिंह राजपूत को बिहार पुलिस और सीबीआई से जस्टिस मिले न मिले लेकिन बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर जी को JDU से टिकट जरूर मिल जाएगा? एक बार फिर नौकरी छोड़कर अब वह चुनाव लड़ेंगे। मतलब सारी TRP चुनाव के लिए! ताबूत में दलाली खाने वालों ने सुशांत की मौत का भी सौदा कर लिया। शर्मनाक!”
बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय इससे पहले भी वीआरएस लेकर बक्सर लिकसभा सीट से चुनाव लड़ने के इछुक थे। लेकिन उन्हें किसी भी दल से टिकट नहीं मिला था।
बाद में उन्होंने वीआरएस वापस लेकर नौकरी जॉइन कर ली थी। इस बार गुप्तेश्वर के वीआरएस ने तो खाखी और राजनीति की मिलीभगत भी उजागर कर दी है।
सुशान्त सिंह राजपूत को बिहार पुलिस और सीबीआई से जस्टिस मिले न मिले लेकिन बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर जी को JDU से टिकट जरूर मिल जाएगा? एक बार फिर नौकरी छोड़कर अब वह चुनाव लड़ेंगे। मतलब सारी TRP चुनाव के लिए! ताबूत में दलाली खाने वालों ने सुशांत की मौत का भी सौदा कर लिया। शर्मनाक!
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) September 23, 2020