भाजपा शासित राज्यों में किसानों को सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने से रोका जा रहा है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार में किसानों को आंदोलन करने से रोकने के लिए अजीबोगरीब फरमान जारी किए जा रहे हैं।
योगी सरकार द्वारा हाल ही में किसानों को 50 हजार से लेकर 10 लाख तक के निजी बांड भरने के लिए कहा गया था।
अब बिहार सरकार द्वारा यह ऐलान किया गया है कि जो विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। उन्हें सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी।
इस मामले में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल द्वारा जारी किए गए आदेश में यह कहा गया है कि सरकारी नौकरी, सरकारी ठेका और हथियार का लाइसेंस के साथ-साथ पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट लेना आवश्यक है।
अगर बिहार में कोई शख्स विरोध प्रदर्शन, सड़क जाम जैसे मामलों में किसी आपराधिक काम में संलिप्त होता है।
तो बिहार पुलिस द्वारा उसका करैक्टर सर्टिफिकेट खराब किया जा सकता है। उन लोगों को गंभीर नतीजों के लिए तैयार रहना होगा।
इस खबर को शेयर करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने नीतीश कुमार को बिहार का किम जोंग उन करार दे डाला है।
बता दें, किम जोंग उन नार्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर हैं। जिन्हे दुनियाभर के देशों द्वारा तानाशाह माना गया है।
इससे पहले भी तेजस्वी यादव ने इस मामले में नीतीश कुमार पर ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार इस तरह के फरमान जारी कर तानाशाह हिटलर और मुसोलिनी को चुनौती दे रहे हैं।
ट्वीट में उन्होंने लिखा- “अब राज्य के लोग सत्ता व्यवस्था के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी नहीं कर सकेंगे। मतलब नौकरी भी नहीं दी जाएगी और विरोध भी प्रकट नहीं करने दिया जाएगा। 40 सीट के मुख्यमंत्री इतना क्यों डर रहे हैं।”