देश की राजधानी दिल्ली के कैंट एरिया में बीते दिनों एक दलित बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गई।

यहां तक कि जबरदस्ती बच्ची के परिवार की सहमति के बिना उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। ताकि आरोपियों को बचाया जा सके। इस मामले में मंदिर के पुजारी समय तक पुलिस द्वारा चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

खबर के मुताबिक, यह घटना दिल्ली के नांगल इलाके की हैं। जहां बच्चे अपने माता पिता के साथ ही रहती थी। 2 दिन पहले बच्चे इलाके में मौजूद श्मशान घाट में लगे वाटर कूलर से पानी भरने गई थी।

जहां उसके साथ दरिंदों ने गैंगरेप किया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी। दलित बच्ची के साथ की गई इस हैवानियत की खबर मेंस्ट्रीम मीडिया में भी छिपाई जा रही है।

इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार और मीडिया पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि ‘दिल्ली में एक 9 वर्षीय मासूम बच्ची का बेरहमी से गैंगरेप कर उसे दरिंदों ने जला दिया।

दिल्ली में कहीं आक्रोश नहीं क्योंकि बच्ची गरीब और दलित वर्ग से है। जातिवादियों को चाहे वो मीडिया से हो, शासन-प्रशासन से हो! क्या उन्हें ग़रीबों, पीड़ितों और दलितों का दुःख-दर्द महसूस नहीं होता?’

गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए गैंगरेप मामले में भी पीड़िता के दलित परिवार से होने के कारण मीडिया और प्रशासन द्वारा आरोपियों को बचाने की काफी कोशिश की गई थी।

वहीँ हाथरस मामले की कवरेज करने पहुंचे कई पत्रकारों को भी हिरासत में लिया गया था।

इस दौरान भी कई विपक्षी नेताओं ने आगे आकर योगी सरकार को घेरा था। हाथरस पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश में कई विपक्षी नेताओं द्वारा प्रदर्शन भी किए गए थे।

अब दिल्ली में 9 साल की दलित बच्ची के साथ घटित घटना पर सरकार द्वारा एक शब्द तक नहीं कहा गया है। जिससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा का महिला सुरक्षा अभियान सिर्फ चुनावी मुद्दा है।

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