प्रधानमंत्री मोदी समेत कई नेताओं को ये शिकायत रहती है कि मीडिया का एक वर्ग उन्हें गाली यानी कि उनकी आलोचना करता है। मीडिया सरकार की उपलब्धि नहीं बताती है अब सवाल ये उठता है कि ऐसा करने की ज़रूरत क्या है? जब BJP पहले से ही विज्ञापनों पर हजारों हज़ार करोड़ फूंक रही हो ऐसे में उसे मीडिया की तारीफ की ज़रूरत ही क्या रह जाती है।

अब गूगल ने अपनी एक ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में चौकाने वाली बात कही है। जिसे देख लगता है कि BJP ने यहां पर भी प्रचार करने कोई कसर नहीं छोड़ी है। गूगल ने जानकारी देते हुए बताया है कि राजनीतिक दलों के विज्ञापनों में अकेले 33 फीसदी हिस्सा BJP का है।

गूगल की इंडियन ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट की माने तो BJP ने 19 फरवरी से लेकर अब तक करीब करीब सवा करोड़ रुपये गूगल पर ऐड देने में खर्च किए हैं। इस रिपोर्ट में गूगल ने बताया है कि किसने उसे सबसे ज्यादा ऐड दी है और उस पर कितने खर्च किए हैं।

कांग्रेस टॉप 5 में भी नहीं 

गूगल का कहना है कि ये रिपोर्ट देने का मतलब राजनीतिक प्रचारों पर पारदर्शिता पेश करना है। गूगल का कहना इस रिपोर्ट में लोकसभा चुनाव में पार्टियों, उम्मीदवार और मौजूदा सांसदों कि ओर से चलाए जाने वाले प्रचारों की जानकारी होनी चाहिए। बीजेपी ने सबसे ज्यादा यानी की कुल 554 विज्ञापन दिए है, वहीं गूगल पर प्रचार करने के मामले में कांग्रेस क्षेत्रीय दलों से भी पीछे है।

बीजेपी ने गूगल से जुड़े Youtube जैसे प्लैटफॉर्म पर विज्ञापन में कुल 1 करोड़ 21 लाख 48 हजार 600 रुपये खर्च किए हैं। वहीं कांग्रेस की बात करें तो उसने महज 54 हज़ार रुपये ही खर्च किये है। जबकि क्षेत्रीय दलों में सबसे आगे आंध्र प्रदेश की 2 बड़ी बड़े दल है जिनमें चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस है।

चन्द्रबाबू नायडू ने दो अलग-अलग स्रोतों के जरिए विज्ञापन कर 1 करोड़ 48 लाख 69 हजार 100 रुपये खर्च किए हैं।

वहीं नायडू ने दूसरी फर्म के जरिए जिसका नाम प्रमन्या स्ट्रेटजी कंसल्टिंग 85.25 लाख और डिजिटेंट कंसल्टिंग के जरिए 63.43 लाख रुपए खर्च किए है। मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस गूगल पर एड देने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। वाईएसआर कांग्रेस ने गूगल पर 1 करोड़ 43 लाख रुपए खर्च किए हैं।

TV पर विज्ञापन देने में नंबर 1 रह चुकी है BJP

इससे पहले TV पर विज्ञापन देने के मामले में बीजेपी ने टॉप किया था। पिछले साल नवम्बर में आई ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के आंकड़ों में बीजेपी टॉप पर थी।

विज्ञापन प्रसारण की टॉप-10 लिस्ट में भाजपा अकेली राजनीतिक पार्टी थी। जिसमें बीजेपी टीवी चैनलों पर विज्ञापनों के मामले में साबून, तेल, तंबाकू, गुटका यहां तक कि कथित फेयरनेस क्रीम की कंपनी तक से भी आगे निकल चुकी थी। प्रचार करने वाले शीर्ष 10 उत्पादों में बीजेपी का नाम टॉप पर था।

साभार- द क्विंट,बिज़नेस स्टैण्डर्ड

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