बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में राज्य के वामपंथी दल इस बार महागठबंधन का हिस्सा बने हैं। जिसके चलते जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव के लिए जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर कन्हैया कुमार की एक वीडियो वायरल हो रही है। जिसमें वह जनता को संबोधित करते हुए नजर आ रहे हैं। कन्हैया कुमार ने चुनाव प्रचार के दौरान राज्य की नीतीश कुमार और मोदी सरकार की सरकार पर जमकर निशाना साधा।
कन्हैया कुमार ने कहा कि पहले लोगों को विकास और 15 लाख रुपए देने के नाम पर ठगा गया था। इस बार के चुनाव में एनडीए के पास कोई मुद्दा नहीं है।
चुनाव से पहले देश में कोरोना आ गया। जिसके चलते भाजपा को बड़ी मुश्किल से कोई मुद्दा मिला है। इसलिए अब कोरोना वैक्सीन के नाम पर ठगा जा रहा है।
इस सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान जो वायदे किए थे। उसकी सच्चाई लोगों के सामने आ गई है। वादे किए गए थे कि बिहार में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे।
लेकिन असलियत यह है कि दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले मजदूरों के लिए कोई सुविधा नहीं थी। ना ही उनके लिए कोई क्वारंटाइन सेंटर था। सरकार ने तो यहां तक कह दिया कि उनके पास लोगों को देने के लिए अनाज तक नहीं है।
बिहार में कोरोना महामारी के दौरान लोगों का जो हाल किया गया। अस्पतालों में क्या हालात थे, वह हम सब ने देखा है।
इस सरकार के पास वीआईपी हेलीकॉप्टर लेने के लिए पैसा है। लेकिन लोगों की भूख मिटाने और इलाज करवाने के लिए नहीं।
एनडीए पर निशाना साधते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि इस बार बिहार में बदलाव जरूरी है। इस बार हमारा संकल्प है कि हम बिहार के लोगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। क्यूंकि भाजपा को सबक सिखाना जरूरी है। इस बार एनडीए को हराना है।