राफेल डील है या घोटाला इसपर एक बार फिर बहस शुरू हो चुकी है। इस मामले पर जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार पर हमला बोला था।

वहीँ अब आम आदमी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार पर सुप्रीम कोर्ट से झूठ बोलने का आरोप लगाया है साथ ही जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) से जांच की मांग की है।

संजय सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार ने माननीय उच्चतम न्यायालय को गलत जानकारी दी, कोर्ट को गुमराह किया, जिसके बाद कोर्ट ने फैसला दिया।

उन्होंने कहा कि PAC सदस्यों ने स्पष्ट कहा है कि राफेल की कोई भी CAG रिपोर्ट सदन के पटल पर नहीं रखी गयी है।

अगर राफेल डील पर मोदी सरकार बेदाग है तो इसपर CAG रिपोर्ट में देरी क्यों की जा रही है !

एयर चीफ मार्शल नाम से कोर्ट में झूठ कौन बोल रहा है? नरेंद्र मोदी जी की केंद्र सरकार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट से सरासर झूठ बोला है। PAC में CAG की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, जो कि असल मे टेबल ही नही हुई।

गौरतलब हो कि राफेल डील पर कैग की रिपोर्ट मानसून सत्र में ही आ जानी थी। मगर मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे शीतकालीन सत्र से पहले पहले जांच पूरी करने की बात कही गई थी।

इस मामले पर खुद वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि इस सौदे की जांच नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) से कराई जाएगी कैग इस सौदे की कीमतों की जांच करेगी। लेकिन यह डील रद्द नहीं होगी।  

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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में राफेल विमान खरीद में हुए भ्रष्टाचार की जांच से जुड़ी सभी दाखिल याचिकाओं को खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाओं को खारिज करने पर कहा है कि कोर्ट को रक्षा सौदे में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं मिला है।

इस फैसले के बाद मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप पर लगाकर हमलावर रहने वाली कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को झटका लगा है।

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