लोकसभा चुनावों में लम्बे वक़्त से बीजेपी की सहयोगी दल शिवसेना एक के बाद एक मोदी सरकार पर हमला करती नज़र आ रही है। इससे पहले शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा गया था कि एनडीए किसी की जागीर नहीं है,
अब एक बार फिर शिवसेना सांसद संजय राउत ने एनडीए के साथ अपने मौजूदा गठबंधन पर कहा कि शिवसेना का नारा है अकेला चलो।
दरअसल पिछले कई दिनों से शिवसेना मोदी सरकार के कई फैसलों पर कड़ा विरोध कर चुकी है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करना और फिर राफेल डील पर पीएम मोदी पर तंज करते हुए उन्हें चौकीदार चोर है कहना अपने आप में एक शक पैदा करता है की क्या अन्य सहयोगी दलों की तरह शिवसेना भी एनडीए का साथ छोड़ देगी।
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इसपर जवाब देते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि जिसको जरूरत है वो गठबंधन करेगा। नहीं तो शिवसेना का नारा है अकेला चलो, तो अकेले भी चुनाव मैदान में जा सकते हैं।
शिवसेना की तरफ से ये बयान तब आया जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांसदों के साथ बैठक में कहा था कि हम शिवसेना का इंतजार करेंगे। लेकिन कुछ गवांकर गठबंधन नहीं किया जाएगा।
राउत ने शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस देश की राजनीति में शिवसेना को अल्टीमेटम देने वाला अब तक कोई निर्माण नहीं हुआ है, अल्टीमेटम शब्द हमारे डिक्शनरी में नहीं है।
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उन्होंने कहा कि एक साल पहले ही पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्ताव पास कर चुकी है। हम तब से इसी स्टैंड पर हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पास इस संबंध में फैसला लेने का पूरा अधिकार है।
बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने 48 में से 40 पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी को 22, जबकि शिवसेना को 18 सीटें मिली थी।
अब बीजेपी के लिए मुश्किल ये भी है कि उसके सहयोगी दल जिस तरह से एनडीए का साथ छोड़ रहें है उसे देख शाह की पूरी कोशिश होगी वो अपने पुराने साथी शिवसेना को मानाने की कोशिश करती है।