देश की अर्थव्यवस्था का ख़स्ताहाल तथा यस बैंक संकट को लेकर मोदी सरकार बैकफुट पर चली गयी है। विपक्ष वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के इस्तीफे के साथ-साथ पूछ रहा है अगला नंबर कौन से बैंक का है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यस बैंक संकट को लेकर अमित शाह की क्रोनोलॉजी वाली भाषा में जवाब दिया। उन्होंने कहा- देश के लोगो को भाजपा की क्रोनोलॉजी समझनी होंगी : पहले गरीबों का खाता खुलवाया गया फिर उनका पैसा जमा करवाया गया, नोटबंदी में सबका पैसा बैंक पहुँचाया गया।
अब यस बैंक भी डूबा! पप्पू यादव बोले- चिंता न करें, मोदी मंत्र का जाप करें, दर्द का अहसास नहीं होगा
फिर वहां से निकालकर अमीर दोस्तों के साथ बाँटकर खाया गया फिर उन्हें फुर्र करवाया गया और जब लोग अपना पैसा निकालने बैंक गये तो YES की जगह NO का ठेंगा दिखाया गया।
Chronology समझिए: पहले गरीबों का खाता खुलवाया गया फिर उनका पैसा जमा करवाया गया, नोटबंदी में सबका पैसा बैंक पहुँचाया गया फिर वहां से निकालकर अमीर दोस्तों के साथ बाँटकर खाया गया फिर उन्हें फुर्र करवाया गया और जब लोग अपना पैसा निकालने बैंक गये तो YES की जगह NO का ठेंगा दिखाया गया| pic.twitter.com/e6v4IULUj3
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 6, 2020
अखिलेश यादव की यह क्रोनोलॉजी लोगों को काफी पसंद आ रही है क्योंकि लगातार दूसरे बैंक का यह हाल देश को लोगों इस क्रोनोलॉजी पर भरोसा करने के लिए मजबूर कर रहा हैं।
यस बैंक संकट का खामियाज़ा अन्य बैंको को भी अपने शेयर में गिरावट के जरिए भुगतना पड़ रहा है। यस बैंक के शेयर 74 फीसदी तक गिर गए है जिसके बाद इंडसइंड बैंक के शेयर में 11 प्रतिशत, भारतीय स्टेट बैंक में 7 प्रतिशत तथा एक्सिस बैंक का शेयर 4 प्रतिशत तक घट गया है।