कोरोना महामारी जैसे भयानक समय में जब विरोधी दल भी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वीता भूल कर सरकार का साथ दे रहे हैं और उसमें अपना विश्वास जता रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ खुद बीजेपी के विधायक अविश्वास जता रहे हैं।
हरदोई के गोपमाऊ से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश का अपनी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दान निधि वापस मांग ली है। उससे पहले उत्तर प्रदेश का वुहान बन चुके आगरा के मेयर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर कहा था कि, अगर आगरा के लिए जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आगरा वुहान बन सकता है।
मेयर ने कोरोना की बिगड़ती स्थिति और जिला प्रशासन की लचर व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। नवीन जैन ने कहा, “मैं बहुत दुखी मन से आपको (मुख्यमंत्री) पत्र लिख रहा हूँ, कि मेरा आगरा अत्यंत संकट के दौर से गुजर रहा है।”
बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने हरदोई जिला प्रशासन पर सीधा आरोप लगाते हुए कोरोना में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों में हेरफेर का आरोप लगाया है। प्रकाश ने विधायक फंड से कोरोना मदद में 25 लाख रुपये दिए थे। अब वो मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर अपने 25 लाख रुपए वापस मांग रहे हैं।
भाजपा विधायक ने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर अपनी विधायक निधि के 25 लाख मांगे हैं। उन्होंने कहा मेरी विधायक निधि का पैसा सही से प्रयोग नही किया जा रहा है इसीलिए मेरा पैसा वापस किया जाए। इस चुनौतीपूर्ण समय में खुद भाजपा विधायक अपनी ही पार्टी भाजपा पर गलत तरह से कार्य करने का गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
इससे पहले यूपी के ही भाजपा विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के थाली-थाली पीटने को लेकर सवाल खड़े किए थे। लेकिन योगी सरकार पर खुद उन्हीं की पार्टी से संबंध रखने वाले आगरा मेयर, कई भाजपा विधायक, नेता विश्वास नहीं कर रहे हैं। फिर जब विपक्ष योगी सरकार पर भ्रष्टाचार से लेकर कोरोना से लड़ने का असफल आरोप लगाएगा तो सरकार मुसीबत में पड़ सकती है।