उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के दादरी में 22 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राजा मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया गया था।

इस दौरान राजा मिहिर भोज की प्रतिमा पर लिखे गुर्जर शब्द पर कालिख पोतने का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। इस संबंध में दादरी के गुर्जर समुदाय के लोगों ने एक महापंचायत का आयोजन किया था।

जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कड़ा विरोध किया गया और लोगों ने उनके खिलाफ खुलकर गुस्सा जाहिर किया।

बताया जाता है कि दादरी के मिहिर भोज कॉलेज में होने वाले इस पंचायत के लिए जिला प्रशासन ने अंतिम समय तक अनुमति नहीं दी थी।

दादरी में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रशासन द्वारा की गई इस शक्ति से नाराज गुर्जर समुदाय के नेताओं ने महापंचायत बुलाने का ऐलान किया था।

इस दौरान समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और गुर्जर समुदाय के बड़े नेता को पुलिस ने हिरासत में लिया। बताया जाता है कि पुलिस द्वारा लगभग 25 गुर्जर नेताओं को हिरासत में लिया गया है।

गुर्जर समुदाय योगी सरकार के प्रति बढ़ रही इस नाराजगी को देखते हुए भाजपा अब गुर्जर समुदाय के नेताओं को मनाने में लगी हुई है।

दरअसल इलाके के भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर लगातार अपने इलाके के गुर्जर नेताओं से संपर्क कर रहे हैं।

दरअसल दादरी में शुरू हुआ गुर्जर आंदोलन अब पूरे देश में पड़ता नजर आ रहा है। इस आंदोलन को उत्तराखंड, राजस्थान और हरियाणा के गुर्जर संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है।

इस वजह से यह भाजपा के लिए बहुत बड़ी मुसीबत बन सकता है। गुर्जर समुदाय के लोगों ने भाजपा को चेतावनी देते हुए यह तक कह दिया है कि इसका नतीजा आने वाले विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ सकता है।

गुर्जर समुदाय के लोगों का कहना है कि उनके समर्थन से ही भाजपा ने 40 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। अब इन्हीं सीटों पर हम भाजपा को हराएंगे।

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