दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तर प्रदेश के मंत्रियों के दोनों राज्यों के सरकारी स्कूलों पर बहस के चैलेंज को एक्सेप्ट कर लिया है।

उन्होंने कहा कि वह बहस के लिए तैयार हैं, इसके लिए वो लखनऊ आ रहे हैं। बता दीजिए कि मुझे कब, कहां और किससे बहस करनी है।

दरअसल, यूपी के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के एक बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को चुनौती दी थी।

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री ने एएनआई से बात करते हुए कहा था कि मैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को उत्तर प्रदेश के स्कूलों का दौरा करने के लिए दावत करता हूं। इससे उनकी आंखें खुल जाएंगी।

योगी के मंत्री की खुली चुनौती को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने स्वीकार कर लिया।

उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा, ‘उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल बनाम दिल्ली के सरकारी स्कूल’ पर खुली बहस की चुनौती कल BJP के मंत्रियों ने दी थी। हमें यह चुनौती स्वीकार है”।

सिसोदिया ने कहा, “मैं 22 दिसम्बर को खुली बहस के लिए लखनऊ आ रहा हूं। बता दीजिए कहां, कितने बजे आना है?

उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में किया गया आपका काम देखने का निमंत्रण भी मुझे स्वीकार है। आप 10 ऐसे स्कूलों की लिस्ट बता दीजिए जिन्हें BJP सरकार ने 4 साल में सुधारा हो। जहां नतीजे सुधरे हों, बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में निकले हों। मैं इन स्कूलों में आपका काम देखने आना चाहूंगा”।

ग़ौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।

अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट और अन्य मसलों को लेकर सवाल उठाए। केजरीवाल ने सवाल किया कि अगर दिल्ली में सुविधाएं तैयार की जा सकती हैं, तो यूपी में ऐसा क्यों नहीं?

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