हाथरस की बेटी का गैंगरेप और कत्ल किया जाता है। योगी की पुलिस और हाथरस डीएम तथ्य को जी जान से दबाने की कोशिश करते हैं और अंत में यूपी पुलिस ने तड़के रात 2:30 बजे युवती के परिवार की इजाजत के बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया।
पुलिस ने युवती का अंतिम संस्कार बलपूर्वक किया है। परिवार की महिलाएं एम्बुलेंस के सामने लेट गईं कि संस्कार सुबह होगा लेकिन पुलिस ने जबरन महिलाओं को वहां से हटा दिया और रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गौर करने वाली बात ये है कि वहां युवती का पूरा परिवार पिता, भाई सभी मौजूद थे लेकिन अंतिम संस्कार पुलिस ने किया!
आखिर यूपी पुलिस ने इस बेबस दलित परिवार को युवती की लाश क्यों नहीं सौंपी? क्या कारण है कि रात के 2:30 बजे पुलिस को अंतिम संस्कार करना पड़ा? जबकि अंतिम संस्कार रात में कभी नहीं किया जाता!
फिर योगी की पुलिस इतनी जल्दबाजी में क्यों थी? क्या पुलिस की आड़ में योगी सरकार बहुत कुछ छुपाना चाहती है? सवाल बहुत हैं लेकिन योगी की पुलिस के पास जवाब नही हैं।
यूपी पुलिस की इस हरकत को हिंदू विरोधी बताते हुए समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी सुनील सिंह यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है।
उन्होंने ट्वीटर पर लिखा- “हाथरस में दरिंदगी की शिकार गुड़िया का पुलिस ने परिवार की मर्जी के बिना रातोरात अंतिम संस्कार कर दिया। योगीजी आप एक बेटी को गरिमापूर्ण जीवन तो नहीं दे सके और उसकी सम्मानजनक विदाई भी छीन ली? रात में हिन्दू अंतिम संस्कार नहीं करते? योगीजी या तो आप हिन्दू नही या सरकार कोई और चला रहा?”
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार खुद को हिंदू हितैषी होने का दावा करती है लेकिन इस तरह की घटनाओं के बाद बुरी तरह से एक्सपोज हो जाती है।
इसके साथ ही आरोप लग रहे हैं कि यूपी पुलिस ठीक वैसे ही हाथरस गैंगरेप मामले को भी रफा-दफा करना चाहती है जैसे उसने अपनी ही थ्योरी रच कर यूपी में योगी सरकार में हुए सभी एनकाउंटर और विकास दुबे कांड में किया है।
योगी की पुलिस का मनोबल गलत कहानियां सुनकर, गढ़ कर इतना बढ़ गया है कि वो अब खुलेआम हाथरस की बेटी को भी नहीं बख्शा।
रात के 2:30 बजे अंतिम संस्कार करके यूपी पुलिस अब कौन सी कहानी गढ़ना चाहती है? लेकिन इसके बावजूद भी जमीनी हकीकत नहीं बदलेगी कि, हाथरस की बेटी के साथ गैंगरेप हुआ, उसकी गर्दन की तीन हड्डियां टूटीं, रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई, जीभ काट ली गई। युवती का परिवार भी इसी बयान को बारंबार दोहरा रहा है। मगर पुलिस है कि इन सभी दावों को झुठलाती जा रही है।
हाथरस में दरिंदगी की शिकार गुड़िया का पुलिस ने परिवार की मर्जी के बिना रातोरात अंतिम संस्कार कर दिया। योगीजी आप एक बेटी को गरिमापूर्ण जीवन तो नहीं दे सके और उसकी सम्मानजनक विदाई भी छीन ली? रात में हिन्दू अंतिम संस्कार नहीं करते? योगीजी या तो आप हिन्दू नही या सरकार कोई और चला रहा?
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) September 30, 2020