यूपी के मेरठ में जानलेवा हमले का वांटेड अपराधी अरुण चौधरी भाजपा में शामिल हो गया। अरुण फिलहाल जिला पंचायत का सदस्य है।
बागपत रोड स्थिति भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में अरुण चौधरी को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई गई। इस दौरान भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल और विधायक दिनेश खटिक भी मौजूद रहें।
अरुण का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हुआ था जिसमें वो एक भाजपा कार्यकर्ता को ही पिस्तौल लेकर दौड़ा रहे थे।
उस भाजपा कार्यकर्ता का नाम इंद्रजीत है। यह घटना 10 मई की थी। मामला इंचौली थाना क्षेत्र के मसूरी गांव की थी। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।
जिस भाजपा कार्यकर्ता को अरुण ने पिस्तौल लेकर दौड़ाया था, उसने केस भी दर्ज कराया गया था। पिस्तौल लेकर भाजपा कार्यकर्ता को खदेड़ने वाला अरुण अब भाजपा का नेता बन चुका है।
पत्रकार सचिन गुप्ता ने ट्वीट कर बताया कि अरुण धारा 307 का वांटेड है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है और अब वह भाजपा में शामिल हो गया है।
मालूम हो कि अरुण पहले बसपा समर्थक हुआ करता था। चुनाव जीतते ही भाजपा ने उस पर डोरे डालने शुरु कर दिए और वांटेड अपराधी होने के बावजूद अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। जिला पंचायत चुनाव जीतने के लिए भाजपा को अरुण के वोट की जरुरत थी क्योंकि वो जिला पंचायत का सदस्य निर्वाचित हुआ है।
दिलचस्प बात तो यह है कि एक वांटेड अपराधी भाजपा में पूरे तामझाम के साथ शमिल भी हो गया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
वहीं इस मुद्दे पर भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि अरुण पर जो मुकदमा लगा है, वह चुनावी मुकदमा है और पुलिस इसकी जांच करेगी। वहीं पुलिस अब अरुण की गिरफ्तारी वारंट के बाद कुर्की वारंट की तैयारी में लगी हुई है।
वैसे तो सभी राजनीतिक दल अपने विरोधियों पर कीचड़ उछालती है लेकिन चरित्र हनन में भाजपा का कोई जवाब नहीं है। भाजपा को सिर्फ और सिर्फ चुनाव जीतने की हवस है।
घोटालेबाज हो या अपराधी हो… किसी को भी पार्टी में शामिल कराने में भाजपा को कोई हर्ज नहीं है। जब तक कोई दूसरे दल में है वो तब तक देशद्राही है, अपराधी है, घोटालेबाज है।
जैसे ही वो भाजपा में शामिल हुआ वो पवित्र हो गया जैसे की भाजपा कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि गंगा हो। इसमें जो डुबकी लगाएगा, वो पवित्र हो जाएगा।