पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मीडिया द्वारा भले ही किसान आंदोलन की कवरेज न की जा रही हो लेकिन आंदोलन अब भी अपनी गति से चल रहा है.
लंबा वक्त गुजर जाने के बाद भी सरकार द्वारा तीनों कृषि विधेयकों को वापस नहीं लिए जाने की वजह से भाजपा के प्रति किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
विशेष तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों में भाजपा का विरोध बढ़ता जा रहा है.
यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी अपने दौरे के क्रम में किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है.
स्वतंत्र देव सिंह को संभल के ग्राम मानिकपुर की मड़इयां के सामने किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान उन्हें काले झंडे दिखाए गए और वापस जाओ के नारे लगाए गए.
किसानों ने इस दौरान कृषि बिल वापस लो के नारे लगाए गए. किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच पुलिस भी पहुंची लेकिन किसानों की संख्या देखकर पुलिस के भी हाथ पांव फुल गए.
किसी भी तरह से इलाके के एएसपी ने किसानों को समझाया और उन्हें आगे ले जाने में सफल रहें.
स्वतंत्र देव सिंह इलाके के ही रजपुरा में किसान आंदोलन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थें. विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच नोंकझोंक भी हुई, हालांकि बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले को बिगड़ने से रोक लिया.