अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने का ऑफ़र दिया है। ट्रंप के इस दावे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने प्रधानमंत्री मोदी से सफाई देने की अपील की है।
एनडीटीवी से बातचीत के दौरान गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर वाले बयान पर पीएम मोदी को सदन में सफाई देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी का नाम लेकर कहा है कि पीएम ने उनसे अनुरोध किया है कि वह कश्मीर के मसले को सुलझाने के लिए भारत-पाक के बीच में मध्यस्था करें। अगर पीएम ने उनसे ऐसा नहीं कहा है तो उन्हें सदन में आकर बोलना चाहिए कि अमेरिका के राष्ट्रपति झूठ बोल रहे हैं।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मीडिया से बातचीत की। इस दौरान कश्मीर मसले पर किए गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए कहा था।
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ट्रंप ने कहा, ‘मैं दो हफ्ते पहले प्रधान मंत्री मोदी के साथ था और हमने इस विषय (कश्मीर) के बारे में बात की। और उन्होंने वास्तव में कहा, ‘क्या आप मध्यस्थ या मध्यस्थ बनना चाहेंगे? मैंने कहा, ‘कहां?’ (मोदी ने कहा) ‘कश्मीर’। ट्रंप ने कहा कि वह मदद के लिए तैयार हैं, अगर दोनों देश इसके लिए कहें।
ग़ौरतलब है कि भारत पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा जनवरी 2016 में पठानकोट में वायु सेना के ठिकाने पर हमले के बाद से पाकिस्तान से बातचीत बंद है।
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वहीं विदेश मंत्रालय ट्रंप के बयान का पहले ही खंडन कर चुका है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत ने अमेरिका से कभी भी कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता के लिए नहीं कहा है। मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद के दोनो सदनों में कहा ‘’मैं सदन को स्पष्ट रूप से आश्वासन देना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से कभी इस तरह का आग्रह नहीं किया गया है।‘’
विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ तबतक कोई बात नहीं होगी जबतक पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाएगा। विदेश मंत्री ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ जब भी बात होगी वह द्वीपक्षीय ही होगी।