संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के स्टैंड के खिलाफ़ बयान देने पर बसपा विधायक रमाबाई परिहार को पार्टी ने निलंबित कर दिया गया है। रमाबाई दमोह के पथरिया से विधायक हैं। उन्होंने नागरिकता कानून लागू करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा था।
बसपा नागरिकता कानून का विरोध करती आई है। पार्टी सुप्रीमो मायावती (BSP chief Mayawati) पहले ही नागरिकता कानून को विभाजनकारी और असंवैधानिक बता चुकी हैं। नागरिकता कानून को लेकर रमाबाई का बयान सामने आने के बाद मायावती ने ट्वीट कर कहा कि बसपा अनुशासित पार्टी है व इसे तोड़ने पर पार्टी के सांसदो और विधायकों आदि के ख़िलाफ भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है।
उन्होंने कहा कि इसी क्रम में मध्यप्रदेश में पथेरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलंबित कर दिया है। उनपर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है।
मायावती ने कहा कि रमाबाई पहले भी कई बार पार्टी लाइन से हटकर बयान दे चुकी हैं, उन्हें इसके लिए चेतावनी भी दी गई थी। लेकिन फिर से उन्होंने पार्टी लाइन से हटकर नागरिकता कानून का समर्थन किया, जिसके चलते उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।
हालांकि पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद रामबाई ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने नागरिकता कानून का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मीडिया ने उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया।
रमाबाई ने कहा कि मेरी नस नस में पार्टी (बसपा) भरी है और अपनी अंतिम सांस तक में पार्टी के साथ रहूंगी। जिस तरीके से मेरे बयान को पेश किया गया वह सही नहीं है। मैं आज भी पार्टी में हूं आगे भी पार्टी में ही रहूंगी। उन्होंने कहा कि मेरी बात बहन जी से चल रही है। बात होने के बाद मैं उन्हें मना लूंगी।