72 साल पहले गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की और अब गोडसे के अनुयायी गांधी के विचारों की हत्या करना चाहते हैं। वह गांधी के विचारों से इस कदर डरे हुए हैं कि उसके प्रसार को रोकने के लिए धमकियां देते नज़र आ रहे हैं।
गांधी के विचारों से डरा हिंदूवादी संगठन, कॉलेज को धमकी देकर तुषार गांधी के संबोधन को करवाया रद्द
दरअसल, महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी पुणे के मॉर्डन कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स में गांधीवादी विचारधारा को लेकर एक सेमिनार को संबोधित करने वाले थे। लेकिन कथित तौर पर हिंदूवादी संगठन ने कॉलेज में तुषार गांधी के आमंत्रण का विरोध किया, जिसके बाद कॉलेज ने गांधी के व्याख्यान को रद्द कर दिया।
इस बात की जानकारी ख़ुद तुषार गांधी ने ट्विटर के ज़रिए दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “मॉडर्न कॉलेज पुणे को बापू की 150 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए कल निर्धारित एक कार्यक्रम को रद्द करने के लिए मजबूर किया गया था क्योंकि उन्होंने मुझे आमंत्रित किया था, पतितपावन संस्था ने मुझे उपस्थित होने पर कार्यक्रम को बाधित करने की धमकी दी थी। गोली मारो गैंग इन एक्शन।”
वहीं मामले की जानकारी देते हुए कॉलेज प्रशासन ने कहा कि सेमिनार अपने तय समय के अनुसार जारी रहा लेकिन तुषार गांधी के भाषण को रद्द कर दिया गया। प्रशासन ने गांधी के भाषण को रद्द किए जाने की वजह भी बताई। कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, क्योंकि कुछ छात्रों ने धमकी दी थी कि अगर इस कार्यक्रम में तुषार गांधी आते हैं तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कॉलेज प्रशासन ने कहा कि कॉलेज में चल रही परीक्षाओं की वजह से कैंपस में 1,000 से भी अधिक छात्र हैं जिन्हें किसी भी तरह की हिंसा होने पर कैंपस से बाहर निकालना एक बड़ी चुनौती होगी इसलिए हमने व्याख्यान को रद्द करने का फैसला किया।