प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आतंकी और नक्सली हमलों पर लगाम कसने के दावों के बीच महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया है। नक्सलिओं ने IED ब्लास्ट कर पुलिस की गाड़ी उड़ा दिया है, जिसमें 15 जवानों के मारे जाने की खबर है।
खबरों के मुताबिक, नक्सलियों ने यह धमाका जंभरखेड़ा गांव में बुधवार सुबह किया। नक्सलियों ने पुलिस की गाड़ी को उस वक्त निशाना बयाना जब पुलिस की टीम उस जगह जा रही थी, जहां सुबह में ही नक्सलियों ने करीब 25 से 30 गाड़ियों को आग के हवाले किया था। बताया जा रहा है कि जिस पुलिस की गाड़ी पर नक्सलियों ने हमला किया है, उसमें 16 सुरक्षा कर्मी मौजूद थे।
इस ब्लास्ट के बाद पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। दोनों ओर से गोलीबारी हो रही है। इससे पहले नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे 27 वाहनों को भी आग लगा दी थी। बताया जा रहा है कि इस घटना को 150 से ज्यादा नक्सलियों ने अंजाम दिया था।
हाल ही में यहां कई नक्सली हमले हुए हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले यहां CRPF की पेट्रोलिंग टीम पर नक्सलियों ने हमला किया था। नक्सलियों द्वारा CRPF की पेट्रोलिंग टीम पर किए गए IED ब्लास्ट की चपेट में कई जवान आए थे।
नक्सलियों ने इस हमले को उस वक्त अंजाम दिया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी हर चुनावी रैली में इस बात का दावा कर रहे हैं कि उन्होंने नोटबंदी से आतंकवाद और नक्सलवाद की कमर तोड़ दी। वह अपने विज्ञापनों में भी इस बात का दावा करते हैं कि उनके शासनकाल में आतंकी और नक्सली घटनाओं पर लगाम कसी है।
लेकिन महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 24 घंटे के भीरत हुए 2 बड़े नक्सली हमलों ने पीएम मोदी के दावों की पोल खोल दी है। नक्सली हमले में 15 जवानों की शहादत प्रधानमंत्री से पूछ रही है कि वह विज्ञापनों-जुमलों से हटकर सच में नक्सलवाद से निपटने के लिए कदम कब उठाएंगे?