बुलंदशहर हिंसा के 17 दिन बीत जाने के बाद भी हिंसा का मुख्य आरोपी बजरंग दल का नेता पुलिस की पकड़ से दूर है। आप नेता संजय सिंह ने योगी सरकार पर हमला करते हुए ट्वीटर पर लिखा है कि,

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ज़ाहिर है कि बुलंदशहर घटना को 17 दिन बीत चुके हैं और अब तक हिंसा का मुख्य आरोपी बजरंग दल का नेता योगेश राज पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। जबकि इसके दूसरे आरोपी विशाल त्यागी ने सरेंडर कर दिया है।

क्या है बुलंदशहर घटना-  

बीते 3 दिसम्बर को बुलंदशहर के में गोकशी की ख़बर के बाद बड़ी तादाद में इकट्ठा हुई भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया था। हिंसक भीड़ ने थाना स्याना पर हमला कर दिया और इसी हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी।

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घटना की शुरुआत से ही योगी सरकार पर मामले में असंवेदशीलता बरतने का आरोप लगता रहा है। बुलंदशहर हिंसा के बाद सीएम योगी ने आला अफ़सरों के साथ बैठक की थी जिसमें उनका सारा ध्यान गोकशी पर था। इस बैठक से सुबोध कुमार की शहादत की ज़िक्र नदारद था।

बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 18 लोगों को गिरफ़्तार किया है। हिंसा का मुख्य आरोपी बजरंग दल का ज़िला संयोजक योगेश राज अब भी पुलिस की गिरफ़्त से बाहर है। हालांकि वो सोशल मीडिया पर अक्सर नज़र आता है।

हत्या के सबूत मिटाए जा रहे हैं- शहीद सुबोध की पत्नी

NDTV से बातचीत में हिंसा में शहीद सुबोध कुमार सिंह की पत्नी रजनी सिंह ने कहा है कि, ‘कोई भी ऐसा नहीं है जो ये बता सके कि आख़िर उस दिन क्या हुआ था। वो लोग अपने लोगों को बचा रहे हैं। धीरे-धीरे सारे सबूत मिटा रहे हैं।‘

83 पूर्व नौकरशाहों ने मांगा योगी का इस्तीफ़ा-

बुलंदशहर में हुई हिंसा पर सूबे के 83 पूर्व अफ़सरों ने खुला ख़त लिखकर सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफ़े की मांग की है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ख़त में पूर्व नौकरशाहों का कहना है कि, ‘योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर हिंसा को गंभीरता से नहीं लिया, वो सिर्फ़ गोकशी पर ध्यान दे रहे हैं’

इसके साथ ही पूर्व नौकरशाहों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से बुलंदशहर घटना को संज्ञान में लेने और इसकी जाँच कराए जाने की अपील की है।

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