
अयोध्या में जारी तनाव के बीच आज भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर भी अपने समर्थकों के साथ अयोध्या पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने पहले से तय कार्यक्रम के तहत अयोध्या के डीएम को संविधान की प्रति सौप दी।
इस दौरे की जानकारी पहले ही भाम आर्मी चीफ चंद्रशेखर द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जा चुकी थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में चंद्रशेखर ने कहा था कि 26 नवंबर की तारीख भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण है।
1949 में आज ही के दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था जिसे 26 जनवरी 1950 में लागू किया गया।
लेकिन 26 नवंबर की इस तारिख को आरएसएस और बीजेपी जैसे संविधान विरोधी संगठन राम मंदिर की आड़ में सरेआम देश के संविधान का विरोध कर रहें हैं। साथ ही वह खुद आयोध्या के डीएम के माध्यम से सरकार को यह बताना चाहते हैं कि सरकार संविधान का पालन करें जो वह नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि अब लाशों की राजनीति इस देश में नहीं करने दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह राम मंदिर हिंदुत्व संगठनों का जमावड़ा 2019 से पहले भारतीय जनता पार्टी की तय रणनीति के तहत ही लगाया गया है।
मोदी सरकार ने बीते साढ़े चार साल में कुछ नहीं किया इसलिए अब बीजेपी देश के हिंदु-मुसलमानों के बीच खाई पैदा करके वोट बटोरने की साजिश रच रही है।
प्रेस को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि यह देश संविधान से चलता है और चलता रहेगा। मनुस्मृति से देश चलाने का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता।
साथ ही बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा भीम आर्मी के खिलाफ आरोपों पर सफाई देते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि भीम आर्मी जिसके वह नेता वह एक गैर राजनीतिक संगठन है। वह बसपा के साथ है और कई बार मायावती से संपर्क करने की असफल कोशिश कर चुकें हैं।