मुझे झूठ बोलना नहीं आता, सच ये है कि जो मेरिट में आता है वो IAS-IPS बनता है। जो सेकेंड क्लास पास होता है, वो चीफ इंजीनियर बनता है। और जो 3 बार फेल होता है, वो मिनिस्टर बनता है। राजनीति में आने के लिए कोई क्वालिटी की जरूरत नहीं होती। ये बयान है केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का। उनके इस बयान पर एकबार फिर कई मतलब निकाले जाने लगे है।
दरअसल गडकरी नागपुर पहुंचे हुए थे जहां उन्होंने खुद को प्रधानमंत्री बनाए जाने को लेकर भी बयान दिया। नितिन गडकरी ने कहा कि मैं दौड़ में नहीं हूं और जोर देकर कहता हूं कि मेरा मंत्र सिर्फ अथक काम करना है।
मैंने राजनीति और काम का कभी कोई हिसाब-किताब नहीं किया। न ही कभी कोई लक्ष्य तय नहीं किया। मैं तो चला, जिधर चले रास्ता। मुझको जो काम दिखा, मैं वो करता गया। मैं अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने में भरोसा करता हूं।
गडकरी का स्मृति ईरानी पर हमला! बोले- अब 3 बार फेल होने वाले भी ‘मंत्री’ बन जाते हैं
साफ़गोई से अपनी बात रखने में माहिर गडकरी ने कहा कि मैं न सपने देखता हूं और न ही किसी के पास जाता हूं और न ही लॉबिंग करता हूं।’ पीएम मोदी का साथ देने के लिए तैयार गडकरी ने कहा कि हमने जो काम किया है, उसे देखकर लगता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को इस बार ज्यादा सीटें मिलेंगी।
वहीं गडकरी के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। एक यूज़र ने लिखा- सही है इशारों इशारों में बात जहाँ पहुचानी थी पहुँचा दी आपने।
वही एक और यूज़र ने मजाकिया अंदाज़ में लिखा- फेंकना तो आना चाहिए
Fekne To aana chahiye
— PK? (@peyushkamal) March 11, 2019
गौरतलब हो कि पिछले पांच सालों में पीएम मोदी और स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर कई सवाल उठ चुके है। ऐसे में गडकरी का ये कहना कि राजनीति में आने के लिए कोई क्वालिटी की जरूरत नहीं होती।
पीएम मोदी समेत कई ऐसे नेताओं की साक पर सवाल खड़े करता है की क्या वाकई राजनीति में क्वालिटी की जरूरत नहीं होती या फिर एक बार गडकरी के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।