मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ट्विटर पर अपने नाम के आगे ‘चौकीदार’ लगाने के बाद भी यूपी में आपराधिक वारदातें बदस्तूर जारी हैं। ताज़ा मामला मुज़फ़्फ़रनगर से सामने आया है। जहां 17 वर्षीय एक दलित युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया।
घटना रतनपुरी पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले फुलेट गांव की है। ख़बर के मुताबिक, यहां रविवार को पांच युवकों ने एक लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। पीड़ित के भाई द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, किशोरी पशुओं के लिए चारा एकत्र करने खेतों में गई थी जहां आरोपियों ने उसे पकड़ लिया।
शिकायत में कहा गया है कि आरोपियों ने पीड़ित को घटना की जानकारी किसी को भी देने पर वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी। वहीं उसे जान से मारने की भी धमकी दी।
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न्यूज़ पोर्टल ‘द वायर’ ने रतनपुरी पुलिस थाने के एसएचओ कमल सिंह चौहान के हवाले से बताया कि इस घटना में आरोपित पांचों लोगों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया है। इन सभी पर 376 (डी) व भारतीय दंड संहिता की धारा 506 व अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम की धारा 3(2)(v) के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है।’
चौहान ने बताया कि पीड़िता को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया था। उनका सामान ज़ब्त कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
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ग़ौरतलब है कि यह पहला ऐसा मामला नहीं है इससे पहले 8 मार्च को मुजफ्फरनगर में ही एक 15 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बालात्कार का मामला सामने आया था। जहां बंदूक अड़ाकर लड़की के साथ चार लोगों ने रेप किया था। वहीं इससे कुछ दिन पहले ही एनएच 91 पर भी एक गैंगरेप का मामला सामने आया था।