“आज मुझे इस बात का एहसास हो रहा है कि मैं एक मुसलमान हूं, जो मैंने अब तक इस देश में रहते हुए कभी नहीं किया”। ये कहना है बॉलीवुड एक्टर साकिब सलीम का। उनके इस बयान से उनके उस दर्द को समझा जा सकता है, जो वह मौजूदा वक्त में महसूस कर रहे हैं।
दरअसल, साकिब सलीम विवादित नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में आज मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान पहंचे थे। यहां उनके साथ आम जनता से लेकर देश की कई जानी-मानी हस्तियां और बॉलीवुड सितारे भी मौजूद थे, जो विवादित नागरिकता कानून के खिलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे थे।
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इस दौरान एबीपी न्यूज़ की एक रिपोर्टर ने साकिब से नागरिकता कानून के बारे में उनकी राय पूछी। जिसके जवाब में साकिब ने कहा कि इस कानून के ज़रिए सिंगल आउट किया जा रहा है। मुसलमानों को इस कानून से बाहर रखा गया है। एक धर्मनिर्पेक्ष देश में धर्म पर आधारित कानून को कैसे लागू किया जा सकता है।
इसके आगे उन्होंने अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि आज उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि वह मुसलमान हैं। इससे पहले उन्हें ये एहसास कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि उन्हें 15 साल की उम्र तक तो ये पता भी नहीं था कि हिंदू-मुसलमान क्या होते हैं। वह हिंदुओं के साथ ही सारे त्यौहार मनाते थे और उनके ज़्यादातर दोस्त हिंदू ही थे। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। इन दो-तीन सालों में धर्म की पहचान की जा रही है।
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हालांकि इसके बावजूद उन्होंने नाउम्मीदी ज़ाहिर नहीं की। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में भी यहां मुसलमान अकेला नहीं है। यहां मुसलमानों के साथ बहुत सारे लोग खड़े हैं। यही हमारा भारत है।