पूर्वोत्तर राज्यों में नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने टीवी चैनलों को हिंसक विरोध की कवरेज न दिखाने की एक एडवाइज़री जारी की है।
एडवाइजरी में मंत्रालय ने कहा है, “सभी टीवी चैनलों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी सामग्री के प्रति विशेष सावधानी बरतें, जिनसे हिंसा को प्रोत्साहन मिलता हो या उससे हिंसा भड़कती हो, या कानून-व्यवस्था बनाए रखने में समस्या उत्पन्न होने की आशंका हो या जो राष्ट्रविरोधी व्यवहार को बढ़ावा दे रही हो।”
एडवाइजरी में चैनलों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि इन संहिताओं का उल्लंघन करने वाली कोई भी सामग्री प्रसारित न हो। एडवाइजरी में सभी निजी उपग्रह टीवी चैनलों से उपरोक्त नियमों का सख्ती से पालन करने का अनुरोध किया गया है।
सरकार की इस एडवाइज़री पर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब पत्रकार अजीत अंजुम ने ट्विटर पर लिखा- तख्त -ए- ताऊस के हाकिम का फरमान आ गया है ..बामुलाहिजा होशियार, खबरदार.. ‘राष्ट्रहित में ‘राष्ट्रद्रोही’ मत बनो वरना भुगतोगे .. जले तो जलने दो सुलगे तो सुलगने दो देखो मत दिखाओ मत बोलो मत लिखो मत #CAB2019
तख्त -ए- ताऊस के हाकिम का फरमान आ गया है ..बामुलाहिजा होशियार, खबरदार..
'राष्ट्रहित में 'राष्ट्रद्रोही' मत बनो वरना भुगतोगे ..
जले तो जलने दो
सुलगे तो सुलगने दो
देखो मत
दिखाओ मत
बोलो मत
लिखो मत#CAB2019 https://t.co/2iObRpTmT7— Ajit Anjum (@ajitanjum) December 12, 2019
बता दें कि दोनों सदनों में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों में इसका विरोध तेज़ हो गया है। कई जगहों से हिंसा, आगज़नी और तोड़फोड़ की ख़बरें सामने आ रही हैं।
इस बिल से लोग इस कदर नाराज़ हैं कि उन्होंने बिल को पास कराने वाली बीजेपी के नेताओं और उनके दफ्तरों को निशाना बनाना शुरु कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि ऐसी ही ख़बरों को दबाने के लिए सरकार ने मीडिया को ये एडवाइज़री जारी की है।