अभी तक देश भर में कांग्रेस के टूलकिट को लेकर चर्चा का बाजार गर्म था लेकिन अब नया मामला यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का कथित टूलकिट सामने आ गया है।
इसके बाद योगी आदित्यनाथ का सोशल मीडिया देखने वाली आईटी टीम अब विवादों में घिर चुकी है।
इस टूलकिट में एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस ऑडियो में साफ साफ सुनाई दे रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के समर्थन में ट्वीट करने के एवज में प्रति ट्वीट 02 रुपये देने की बात सामने आ रही है।
बताया जाता है कि यह ऑडियो सीएम योगी आदित्यनाथ के सोशल मीडिया अकाउंट को देखने वाली टीम के सदस्यों की होने की बात कही जा रही है।
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने इस ऑडियो को ट्वीटर पर शेयर किया है।
सूर्य प्रताप सिंह ने लिखा है कि कहां ये लोग धर्मराज युधिष्ठिर के नाम से जाने जाते थे और कहां ये दो दो रुपये में ट्वीट करा रहे हैं। जब गरीब दाने दाने को मोहताज है, तब जनता का पैसा इस तरीके से उड़ाया जा रहा है।
ये रहा कथित आडियो!
ये @Gajjusay के लोग हैं।
कहाँ धर्मराज युधिष्ठिर के नाम से जाने जाते थे, कहाँ 2-2 रु में ट्वीट करवाने लगे।
सूचना विभाग बताए ऐसे हज़ारों ट्रेंड जो करवाए जाते हैं उसमें कितने खर्च कर रही है सरकार?
जनता का पैसा उड़ाया जा रहा है जब गरीब दाने दाने को मोहताज है। https://t.co/hVHsLbC5xF pic.twitter.com/eFyvVdHfzu
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 30, 2021
दरअसल अभिनेता गजेंद्र चौहान ने ट्वीटर पर नए हैशटैग योगीजी का यूपी मॉडल शुरु किया था। इसी के समर्थन में 100 फॉलोवर्स वाले आईडी से कमेंट करना था।
प्रति कमेंट 2 रुपये का भुगतान किया जा रहा था. पेमेंट को लेकर थोड़ा तर्क विर्तक हुआ और ऑडियो लीक हो गई।
बताया जा रहा है आईटी सेल के जिस कर्मचारी का यह ऑडियो वायरल हुआ है, उसका नाम मनमोहन सिंह बताया जा रहा है।
खबर मिली है कि मनमोहन सिंह को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है और अब वह योगी आदित्यनाथ की सोशल मीडिया टीम के सदस्य नहीं होंगे। हालांकि कंपनी की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
वहीं प्रति ट्वीट 02 रुपये का खुलासा होने के बाद प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला सामने आएं और कहा कि इस मामले का सीएम योगी आदित्यनाथ एवं भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना देना नहीं है।
ये मामला एक निजी कंपनी का है। वह किस कर्मचारी को रखती है और किसे बाहर निकालती है, किस कर्मचारी से कैसे काम करवाती है, यह उसके अपने अधिकार क्षेत्र का मामला है।
वरिष्ठ पत्रकार रोहिणी सिंह ने इस मामले पर चुटकी लेते हुए ट्वीटर पर लिखा कि 02 रुपये में सशक्त उत्तर प्रदेश बना रहे थे।
वहीं निकाले गए कर्मचारी मनमोहन सिंह ने खुद के हटाए जाने पर ट्वीट किया है कि हजार जवाबों से अच्छी है हमारी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरु रख लेगी !