चुनाव में वादे, पैसे और कम्बल बांटते बहुतों को देखा होगा मगर इस बार बीजेपी के नेता धमकी दे रहे हैं. योगी आदित्यनाथ और मेनका गांधी के ताज़ा बयानों पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर बीजेपी को ‘अहंकारी’ और ‘जनविरोधी’ बताया है.

मायावती ने ट्विटर पर लिखा, ‘केन्द्रीय मंत्री श्रीमती मेनका गांधी द्वारा वोटरों को धमकाने के बाद अब यूपी के सीएम द्वारा भी सभा के दौरान काले झंडे/ बैनर दिखाए जाने पर ’जिन्दगी भर बेरोजगार रह जाने’ की खुली धमकी बीजेपी का अहंकार ही नहीं बल्कि इनका घोर जनविरोधी रवैया है जिसे चुनाव में परास्त करने की जरूरत है।’

मेनका गांधी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में सभा को सम्बोधित कर रही थीं. यहां उन्होंने मुस्लिम वोटरों को निशाना बनाया. उन्होंने कहा था कि अगर मुसलामानों ने उन्हें आगामी आमचुनाव में वोट नहीं दिया तो सत्ता में आने के बाद वो उनकी ज़रूरतों का ध्यान नहीं रखेंगी. उन्होंने मुसलमान वोटरों को धमकाने का प्रयास भी किया.

उन्होंने कहा, ‘मै ऐसे भी आमचुनाव जीतने वाली हूं. पर मुझे अच्छा नहीं लगेगा अगर मै मुसलमानों के समर्थन के बिना जीती. इसके बाद हमारे रिश्तों में खटास आना तय है. बाद में अगर कोई मुसलमान काम के लिए आता है, तो मझे कोई फरक नहीं पड़ेगा. कुछ देने के बदले ही कुछ मिलता है.’

इस बयान के बाद मेनका गांधी को चुनाव आयोग की तरफ से शो कॉज नोटिस जारी कर दिया गया था. लेकिन मेनका गांधी यही नहीं रुकी. रविवार को पीलीभीत में उन्होंने ‘एबीसीडी’ फार्मूला दिया. उन्होंने कहा की वो गावों को चार श्रेणियों (ऐ,बी,सी,डी) में बांट देंगी. जहां उनकी पार्टी को ज़्यादा वोट मिलेंगे उस क्षेत्र का विकास पहला कराया जाएगा.

बीते बुधवार को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ आगरा में रैली कर रहे थे जहां उन्होंने बीटीसी डिग्री धारकों को झाड़ा था. उनकी रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों को योगी ने कहा था कि वे अपने बैनर नीचे रख दें वरना वो हमेशा के लिए बेरोज़गार ही रह जाएंगे.

इस पूरे मामले पर बसपा प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘अमित शाह व मोदीजी कभी बालाकोट व शहीदों के नाम पर वोट माँगते है तो सुप्रीम कोर्ट के सबरीमाला मंदिर के फ़ैसले की खुले आम धज्जियाँ उड़ाते है, चुनाव आयोग दलित की बेटी पर अंकुश लगाती है, पर भाजपा के इन नेताओं के सामने झुक जाती है.’

फिलहाल चुनाव आयोग ने आज से योगी आदित्यनाथ और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर 72 घंटों के लिए रोक लगा दी है. बावजूद इसके योगी लखनऊ के प्रसिद्द हनुमान सेतु मंदिर में दर्शन करने पहुंचे हैं.

2019 चुनाव को देश का सबसे बड़ा चुनाव कहा जा रहा है. इस चुनाव की पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है और जल्द ही बाकी जगहों पर भी वोट डाले जाएंगे. नरेंद्र मोदी लगातार अपनी रैलियों में जीतने का दावा कर रहे हैं. लेकिन उनके नेताओं का ज़ोर जनता को डराने-धमकाने में है.

साथ ही धर्म के नाम पर सियासत तेज़ हो रही है. कभी संबित पात्रा भगवा चादर ओढ़कर भगवान् जगन्नाथ की मूर्ती लेकर वोट मांगने निकल जाते हैं वही उन्ही के पार्टी के अन्य नेता बहुजन समाज को निशाना बनाते हैं. बेरोज़गारी चुनाव का एक अहम मुद्दा है लेकिन उसपर बात करने के बजाए उसका इस्तेमाल बेरोज़गारों को चुप कराने के लिए किया जा रहा है.

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