कांग्रेस अब अपने नए अध्यक्ष की तलाश में है। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उनसे पद पर बने रहने की सिफारिश भी की थी। मगर राहुल नहीं माने इसके बाद राहुल ने चार पन्नों का पत्र लिखकर अपनी भावनाएं प्रकट की थी वो अब अध्यक्ष नहीं रहना चाहते है।
अब ऐसे में कांग्रेस नेता नए अध्यक्ष के लिए युवा चेहरे की मांग कर रहें है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोशल मीडिया पर इसी मामले पर प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि राहुल गांधी का इस्तीफा देना निराशापूर्ण है।
उन्होंने लिखा कि पार्टी की नेतृत्व में कोई भी बदलाव भारतीय समाज की वास्तविकता को प्रतिबिंबित करने वाला होना चाहिए, जहां उसकी 64 प्रतिशत की आयु 35 वर्ष से कम है।
कैप्टन ने लिखा कि राहुल का इस्तीफा पार्टी के लिए एक धक्का है, जिसे युवा नेता के करिश्माई नेतृत्व के अधीन ही उबारा जा सकता है। जिसे केवल एक युवा नेता ही पार्टी में नई जान फ़ूंक सकता है।
After unfortunate decision of @RahulGandhi to quit, hope to see another dynamic youth leader as @INCIndia president to galvanise party. Urge CWC to take note of young India’s need for a young leader, aligned to aspirations of its large youth population & with grassroots connect.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) July 6, 2019
अमरिंदर सिंह ने भले ही किसी नेता का नाम ना लिया हो। मगर उन्होंने पैरवी उन नेताओं की कर दी है। जो कांग्रेस अध्यक्ष बन सकते है, इनमें राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से लेकर मध्यप्रदेश से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सबसे ऊपर आता है।
ऐसे में क्या ये कहना ठीक है कि कांग्रेस इन चेहरों पर भरोसा जता सकती है। क्योंकि पायलट और सिंधिया ही ऐसे नेता है। जिन्हें गांधी परिवार का विश्वास प्राप्त है ऐसे में देखना ये होगा की पार्टी युवा अध्यक्ष चुनती है या वो अनुभवी और बुजुर्ग चेहरों को महत्व देती है।