कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए देशव्यापी नाकेबंदी और ताली-थाली बजाओ कार्यक्रम को इतने भव्य अंदाज़ में पेश गया कि किसी का ध्यान सरकारी लापरवाही और कमियों की ओर नहीं गया। सबने ताली-थाली बजाकर कोरोना से निपटने वाले कर्मवीरों का शुक्रिया तो अदा किया, लेकिन किसी ने सरकारी लापरवाही के चलते इन कर्मवीरों को होने वाली तकलीफों के बारे में नहीं सोचा।
किसी ने इस भव्य कार्यक्रम के बीच सरकार से ये सवाल नहीं किया कि इन वीरों को कोरोना से लड़ने के लिए क्या हथियार दिए गए। ये सवाल भले ही मीडिया द्वारा ना किए गए हों और सरकार ने इनके जवाब ना दिए हों। लेकिन हकीकत ये है कि ये सवाल वाजिब हैं और इनके जवाब सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं।
दरअसल, कोरोना संक्रमित लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स लगातार सोशल मीडिया के ज़रिए अस्पतालों में सरकार की ओर से बरती जाने वाली लापरवाही को उजागर कर रहे हैं। ये डॉक्टर्स बता रहे हैं कि सरकार किस तरह से इतनी खतरनाक बीमारी को हल्के में ले रही है और इससे निपटने के लिए गंभीरता नहीं दिखा रही है।
इन लोगों का कहना है कि सरकार अपनी लापरवाही से डॉक्टर्स और अस्पताल कर्मचारियों की ज़िन्दगी को ख़तरे में डाल रही है। पीजीआईएमएस रोहतक की डॉक्टर कामना कक्कर ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स और अस्पताल कर्मियों को सरकार की ओर से सेफ्टी किट मुहैया नहीं कराई जा रही है। जिससे वायरस इलाज करने वाले डॉक्टर्स में भी फैल सकता है।
When they arrive, please send N95 masks and gloves to my grave. Taali aur thaali b baja dena waha! Regards, frustrated sarkari doctor @narendramodi @anilvijminister @DrRebellious @cmohry @drharshvardhan @UMY_35
— Dr.Kamna Kakkar (@drkamnakakkar) March 23, 2020
उन्होंने लगातार कई ट्वीट्स कर बताया कि सरकार की ओर से अस्पताल कर्मियों को एन-95 मास्क और दस्ताने नहीं दिए जा रहे। जिससे अस्पताल कर्मियों की जान को ख़तरा हो सकता है।
डॉक्टर काक्कर ने सीएनएन की एक खबर का हवाला देते हुए बताया कि इटली पहले ही इस तरह की लापरवाही का अंजाम भुगत रहा है। इसलिए सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश और जम्मू के डॉक्टर्स ने भी सोशल मीडिया के जरिए कुछ इसी तरह की शिकायत की थी। इन लोगों ने बताया था सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स और नर्स के पास मास्क नहीं है। जम्मू के डॉक्टर का तो इस शिकायत के बाद तबादला भी कर दिया गया था।