मुख्यमंत्री योगी ने एक जनसभा में ईवीएम का फुल फॉर्म बताया था। इसका फुल फॉर्म था एवरी वोट फॉर मोदी यानी कि हर वोट मोदी को। अब गोवा में जिस कारण से पूरा का पूरा ईवीएम बदलना पड़ गया उसके पीछे की कहानी भी ‘हर वोट मोदी को’ से जुड़ा हुआ था।
दरअसल हुआ कुछ यूं कि आम आदमी पार्टी के गोवा अध्यक्ष एल्विस गोम्स ने ट्विटर पर यह घोषणा करते हुए बताया कि कैसे मॉक पोलिंग के दौरान बीजेपी को 17 वोट प्राप्त हुए थे, हालांकि छह उम्मीदवारों में से प्रत्येक के पास केवल नौ वोट थे।
उन्होंने लिखा है, शर्म का चुनाव? गोवा में 34 एसी में बूथ नंबर 31 पर 6 उम्मीदवारों में से प्रत्येक के लिए 9 वोटों के साथ मॉक पोल किया गया। कुल गिनती में बीजेपी को 17, कांग्रेस को 9, आप को 8 और IND को 1 मिलता है। उन्होंने चुनाव आयोग के दावों को खोखला बताया है।
इसके बाद चुनाव आयोग हरकत में आया और फिर गोवा सीईओ ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा – ईवीएम के संपूर्ण सेट को एसीओ साउथ गोवा की रिपोर्ट के अनुसार एसी 34, पीएस नंबर 31 के लिए बदल दिया गया है।
कल्पना कीजिए जब मॉक वोटिंग में हर वोट बीजेपी को जा रहा था,अगर टेस्ट नहीं हुआ होता या फिर शिकायत ना होती तो क्या होता। अब लोकतंत्र सिर्फ एक मशीन के सहारे होकर रह गया है । खराब होती ईवीएम विपक्षी दलों का सिरदर्द बढ़ा रही हैं और साथ ही साथ चुनौती भी।