स्वामी अग्निवेश के निधन पर सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक और रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एम नागेश्वर राव ने बेहद शर्मनाक टिप्पणी की है। उन्होंने स्वामी अग्निवेश को हिंदू विरोधी करार देते हुए उनके निधन पर कहा कि अच्छा हुआ छुटकारा मिला।
बता दें कि ये वही नागेश्वर राव हैं जिन्हें 2019 में केंद्र की मोदी सरकार ने सीबीआई का अंतरिम निदेशक बनाया था।
नागेश्व राव ने स्वामी अग्निवेश के निधन पर बेहद अमर्यादित टिप्पणी करते हुए ट्वीट किया, “स्वामी अग्निवेश से अच्छा छुटकारा मिला। तुम भगवा वस्त्रों में एक हिंदू विरोधी थे। तुमने हिंदुत्व को बहुत नुकसान पहुंचाया। मुझे शर्म आती है कि तुम एक तेलगू ब्राह्मण पैदा हुए थे। भेड़ की खाल में शेर। मेरी यमराज से शिकायत है कि उन्होंने इतना इंतजार क्यों किया”!
राव के इस ट्वीट की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। उनके इस ट्वीट को लोग नफ़रत से भरा हुआ बेहद शर्मनाक बता रहे हैं।
जाने माने इतिहासकार इरफान हबीब ने राव के ट्वीट पर ग़ुस्सा ज़ाहिर करते हुए लिखा, “तुम एक धब्बा हो। अंदाज़ा लगा सकता हूं कि तुमने पुलिस अधिकारी रहते हुए क्या किया होगा? एक मृत आदमी को गाली देना तुम्हारा हिंदुत्व हो सकता है, लेकिन हिंदू धर्म नहीं। कभी नहीं से देर भली। जाकर अपना इलाज कराओ”।
वहीं इंडियन पुलिस फाउंडेशन (IPF) ने भी राव के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति जताई। IPF ने ट्वीट कर लिखा, “खुद को एक आईपीएस ऑफिसर की तरह पेश करने वाले एक रिटायर्ड ऑफिसर की ओर से इस तरह का नफरती मेसेज ट्वीट किया गया। उन्होंने पुलिस की वर्दी पर दाग लगाया और सरकार को शर्मसार किया। उन्होंने देश के पूरे पुलिस फोर्स को शर्मिंदा किया, खासकर युवा अफसरों को”।
इसके अलावा पत्रकार आवेश तिवारी ने भी राव के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी और बीजेपी को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने फेसबुक के ज़रिए कहा, “देखिए इस व्यक्ति को बीजेपी ने इसे सीबीआई का अंतरिम निदेशक बनाया था। देखिए खुद को कट्टर ब्राह्मण मानने वाला यह व्यक्ति स्वामी अग्निवेश की मृत्यु पर कैसी खुशियां मना रहा है? कह रहा है यमराज ने इतनी देरी क्यों कर दी?”
बताते चलें कि शुक्रवार की रात 81 वर्षीय स्वामी अग्निवेश का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। वह लीवर संबंधी बीमारी से पीड़ित थे और दिल्ली के एक अस्पताल मल्टीपल ऑर्गन फेलियर और हार्ट अटैक से उनका निधन हुआ।
Tweeting such hate messages by a retired officer posing as an IPS officer – he has desecrated the police uniform which he wore and embarrassed the government. He demoralises the entire police force in the country, especially the young officers. https://t.co/qOiI8D6dkO
— Indian Police Foundation (@IPF_ORG) September 12, 2020