आज सुबह से झारखंड चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए और शुरूआती रुझान से ही यह स्पष्ट होने लगा कि बीजेपी एक और राज्य की सत्ता खो रही है।
पूरे चुनाव में बीजेपी नेता अबकी बार 65 बार का नारा लगाते रहे लेकिन अभी तक ये पार्टी 35 के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पा रही है। दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन 40 के आंकड़े को पार कर गया है।
वोटों की गिनती जारी है, सुबह से कई बार कांग्रेस झामुमो एवं आरजेडी गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है और बीजेपी की बहुमत से दूरी बनी हुई है।
पिछले 3 घंटे के रुझानों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये अंतर बने रहने की संभावना ज्यादा है और भारतीय जनता पार्टी को बहुमत किसी भी कीमत पर नहीं मिलने वाला है।
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़े गए इस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और अब तक 25 सीटें जीतती हुई दिखाई दे रही है।
सहयोगी कांग्रेस भी 13 सीटों पर जीत रही है और अन्य सहयोगी आरजीडी भी 5 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
इस गठबंधन के सीटों को मिला दिया जाए तो 43 का यह आंकड़ा बहुमत से ज्यादा है।
गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा में 81 सीटें हैं इसलिए 42 सीटें पाने वाली पार्टी या गठबंधन निर्विवाद रूप से सरकार बना सकती है।
चुनाव परिणाम के शुरूआती रुझान के साथ ही मीडिया ने भी अपने बोल बदल लिए – जो हर राज्य में मोदी के करिश्मे की बात किया करते रहे वो अचानक से रघुवर दास की हार राग अलापने लगे।
हालांकि आखरी नतीजे दोपहर बाद ही आ पाएंगे लेकिन अभी तक हुई वोटों की गिनती के आधार पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी झारखंड में अपनी सत्ता खोने जा रही है।