कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरा देश जूझ रहा है। पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए सरकार को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है।

लोगों को लगता है कि पश्चिम बंगाल में सत्ता पाने की हड़बड़ी में पूरे देश को मौत के मुंह में सरकार ने भेज दिया। इसके डैमेज कंट्रोल के लिए प्रधानमंत्री अब कोरोना प्रभावित राज्यों से लगातार बातचीत कर रहे हैं, चर्चा कर रहे हैं।

इसी क्रम में पीएम मोदी ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को कॉल किया और स्थिति का जायजा लिया।

इस पर सीएम हेमंत ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने फोन तो जरुर किया लेकिन कोई काम की बात नहीं की। केवल अपने मन की बात की।

सीएम हेमंत ने कहा कि बेहतर होता कि प्रधानमंत्री काम की बात करते और काम की बात सुनते।

ट्वीटर के माध्यम से पीएम मोदी पर तंज कसते हुए हेमंत ने लिखा कि “आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी का फोन आया. बेहतर होता अगर वह काम की बात करते और काम की बात सुनते”

मालूम हो कि जब से पीएम मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैें, वो तब से लगातार मन की बात करते हैं। कहने को तो ये मन की बात रेडियो पर होती है लेकिन ये रेडियो पर कम न्यूज चैनलों पर ज्यादा प्रसारित होती है।

पीएम मोदी अपने मन की बात कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक जुमलेबाजी करते हैं लेकिन इसमें देश की जनता के काम का कुछ नहीं होता। मोदी के मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देश तरक्की के रास्ते पर एक कदम आगे तो नहीं बढ़ा, कई कोस पीछे जरुर लौट गया।

अब जबकि पूरा देश कोरोना की महामारी से त्रस्त है और मोदी सरकार हर मोरचे पर विफल साबित हुई है। कई राज्यों का बुरा हाल है। वैसे में झारखंड ने खुद को संभाला हुआ है।

ये त्रासदी दूसरे राज्यों में जिस प्रकार विस्फोटक बनी हुई है, वैसे हालात झारखंड में नहीं है। सीएम हेमंत ने खुद मोरचे पर डटे हुए हैं।

ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी को चाहिए था कि वो हेमंत सोरेन के अनुभव का लाभ लेते लेकिन आत्ममुग्ध प्रधानमंत्री सिर्फ अपनी ही मन की बात करते रहे गए, जो सीएम हेमंत को ठीक नहीं लगा और उन्होंने इसे व्यर्थ की कवायद बता दिया।

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